नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए एग्जिट पोल्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी एक बार फिर सूबे में सरकार बनाने जा रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी की स्थिति पहले से बेहतर होती नजर आ रही है, लेकिन वह उसे सत्ता पर काबिज करने के लिए काफी नहीं है। एग्जिट पोल्स के मुताबिक, कांग्रेस की हालत पहले से खराब हुई है और पार्टी का वोट प्रतिशत काफी कम रह सकता है। बता दें कि 1998 से 2013 तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज कांग्रेस को तमाम एग्जिट पोल्स में एक भी सीट नहीं दी गई है।
बीजेपी के वोट पर्सेंट में होगा इजाफा!
आईएएनएस-सी वोटर एग्जिट पोल के अनुसार, बीजेपी के वोट शेयर में पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। पार्टी का वोट शेयर 32.2 फीसदी से बढ़कर 36 फीसदी होने का अनुमान है। वहीं, AAP को 54.3 फीसदी वोट प्राप्त हुआ था, जो 2020 में 50.4 फीसदी रह सकता है। कांग्रेस का वोट शेयर 9.7 फीसदी से घटकर 9 पर्सेंट रह सकता है। कुछ एग्जिट पोल्स में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में इजाफा दिखाया गया है, लेकिन वहां भी कांग्रेस को नुकसान में बताया गया है। अन्य पार्टियों का वोट शेयर, जो 2015 के चुनाव में 3.8 फीसदी था, वह बढ़कर 4.7 फीसदी होने का अनुमान है।
बीजेपी को मिले कांग्रेस से ज्यादा मुस्लिम वोट
आईएएनएस-सीवोटर के ही एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार, दिल्ली में मुस्लिम समुदाय को लोगों ने AAP को सबसे ज्यादा वोट दिए, लेकिन दूसरे नंबर पर बीजेपी रही। पोल के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय के 60 फीसदी मतदाताओं ने 'AAP' के पक्ष में मतदान किया जोकि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को समुदाय के मिले वोटों का तकरीबन दोगुना है। वहीं, समुदाय के 18.9 फीसदी मतदाताओं ने बीजेपी के पक्ष में और 14.5 फीसदी कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया। सर्वेक्षण में दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से 11,839 मतदाताओं को शामिल किया गया।