नई दिल्ली। दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का चुनाव आयोग जल्द ऐलान कर सकता है और फरवरी 2020 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है। राजनीतिक दलों ने दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों में अपनी-अपनी जीत के दावे ठोकना भी शुरू कर दिए हैं। लेकिन इस साल हुए लोकसभा चुनावों के दौरान दिल्ली में हुई वोटिंग के आंकड़ों तो आधार मानकर अगर विधानसभा चुनावों के परिणाम का अनुमान लगाया जाए तो काफी चौंकाने वाले आंकड़े निकलकर सामने आ रहे हैं।
दिल्ली में 7 लोकसभा सीटें हैं और हर सीट के तहत 10-10 विधानसभा सीटें आती हैं यानि कुल 70 विधानसभा सीटे हैं। लोकसभा चुनावों के दौरान दिल्ली की सभी सातों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने भारी मतों से जीत प्राप्त की थी और 2015 के विधानसभा चुनावों में एक भी सीट नहीं जीतने वाली कांग्रेस पार्टी मतो के लिहाज से दूसरे नंबर पर रही थी। वहीं दिल्ली में सरकार चलाने वाली आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनावों में मतों के लिहाज से तीसरे नंबर पर खिसक गई थी।
इंडिया टीवी ने चुनाव आयोग की वेबसाइट से दिल्ली की हर लोकसभा सीट के दायरे में आने वाली हर विधानसभा सीट में पड़े वोटों के आंकड़े निकाले हैं और पता करने की कोशिश की है कि हर विधानसभा सीट पर लोकसभा चुनाव में किस पार्टी को कितने वोट गए हैं।
इंडिया टीवी को मिले आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं, लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में हुई वोटिंग के लिहाज से दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 65 विधानसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को ज्यादा वोट मिले हैं, 5 सीटों पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी ज्यादा वोट लेने में कामयाब हुए हैं जबकि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी एक भी सीट पर आगे नहीं हो पायी है। यानि दिल्ली के विधानसभा चुनावों में अगर लोकसभा चुनावों जैसी वोटिंग हुई तो दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी की स्थिति वैसी ही हो जाएगी जैसी अभी कांग्रेस की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं और यह विधानसभा सीट नई दिल्ली लोकसभा सीट के दायरे में ही आती है। लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी 10657 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई थी।
2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी ने रिकॉर्डतोड़ जीत प्राप्त की थी, दिल्ली की 70 में से 67 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जीते थे। ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी का एक भी सीट पर आगे नहीं हो पाना सभी को हैरान कर रहा है। हालांकि लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों के लिए मुद्दे अलग होते हैं और मतदाताओं का रुझान भी अलग होता है।
देश में कई ऐसे राज्य हैं जहां लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हुए हैं और कई बार मतदाताओं ने लोकसभा और विधानसभा के लिए अलग-अलग पार्टी को वोट दिया है। 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को रिकॉर्डतोड़ जीत मिली है, लेकिन उन चुनावों के बाद जितने भी विधानसभा चुनाव हुए हैं उनमें पार्टी का प्रदर्शन लोकसभा चुनावों के मुकाबले गिरा है।