नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों के चुनाव कार्यक्रम की चुनाव आयोग कभी भी घोषणा कर सकता है, इन चुनावों पर सिर्फ दिल्ली की जनता ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजर टिकी हुई है। राजनीतिक दलों ने भी दिल्ली के विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्य दल भारतीय जनता पार्टी 20 साल से अधिक समय से दिल्ली में सरकार नहीं बना सका है और इस बार लोकसभा चुनावों में अच्छे प्रदर्शन के बाद अब विधानसभा चुनावों में भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हुए, वहीं 5 साल तक दिल्ली में सरकार चलाने वाली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी जनता के लिए अच्छे कामों का हवाला देकर सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है। 6 साल पहले लगातार 15 साल तक दिल्ली में राज करने वाली कांग्रेस पार्टी भी चमत्कार की उम्मीद कर रही है।
2019 में हुए दिल्ली के लोकसभा चुनावों में पार्टियों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी ने मोर्चा मारा है वहां कांग्रेस पार्टी ने भी अपने वोट शेयर में बढ़ोतरी की है, लेकिन सरकार में रहने के बावजूद आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है।
लोकसभा चुनाव में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली विधानसभा सीट और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज विधानसभा सीट पर भी आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। नई दिल्ली विधानसभा सीट नई दिल्ली लोकसभा सीट के दायरे में आती है जबकि पटपड़गंज विधानसभा सीट पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के दायरे में है।
2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर खिसक गई थी। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर लोकसभा चुनाव में अलग-अलग विधानसभा सीटों पर पड़े वोटों को लेकर दी गई जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी को 37600 वोट मिले थे, दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी को 25719 वोट मिले थे और तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी को 10657 वोट मिले थे।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की पटपड़गंज विधानसभा सीट लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टियों को मिले वोटों पर नजर डालें तो भाजपा प्रत्याशी को 86150 वोट मिले थे, दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी प्रत्याशी को 24997 वोट और तीसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी को 20434 वोट मिले थे।