नई दिल्ली। नार्थ ईस्ट दिल्ली की बाबरपुर विधानसभा सीट को भाजपा के मजबूत गढ़ के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। साल 2015 में बाबरपुर में आम आदमी पार्टी के गोपाल राय ने यहां जीत दर्ज की थी। गोपाल राय को पिछले चुनाव में भाजपा के नरेश गौर को 35 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी थी। साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के गोपाल राय तीसरे नंबर पर रहे थे।
गोपाल राय को यहां मतदाताओं ने 75 हजार 928 वोटों दिए जबकि चार बार के विधायक नरेश गौर को महज 40 हजार 440 वोट मिले। नरेश गौर इस सीट पर साल 1993, साल 1998, साल 2008 और साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी का परचम फहरा चुके हैं, जबकि साल 2003 में इस सीट पर कांग्रेस के विनय शर्मा को जीत मिली थी।
फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला एकबार फिर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच होने की उम्मीद है। गोपाल राय अरविंद केजरीवाल की सरकार में मंत्री हैं। उनका मुकाबला एकबार फिर भाजपा के नरेश गौर से है। जबकि कांग्रेस पार्टी ने इस बार यहां अपना प्रत्याशी बदला है। इस बार कांग्रेस ने बाबरपुर सीट पर अनवीक्षा त्रिपाठी जैन को उतारा है, जबकि पिछली कांग्रेस ने जाकिर खान को मैदान में उतारा था।