नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की कोशिश है कि आठ फरवरी को सुबह 10 बजे तक पार्टी के सभी वोट पड़ जाएं। भाजपा ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे मतदान बाद ही जलपान करें। खुद गृहमंत्री अमित शाह ने 13,750 बूथ प्रभारियों को इसके लिए खास निर्देश दिए हैं। भाजपा सूत्रों ने बताया कि अमित शाह ने बूथ प्रभारियों को जारी निर्देश में कहा है कि अपना वोट डाल देने में ही बहादुरी नहीं है, बल्कि पास-पड़ोस और मित्र मंडली का वोट भाजपा को डलवाने में बहादुरी है।
सूत्रों के अनुसार, उन्होंने कहा है कि पार्टी कार्यकर्ता मतदान के दिन सुबह छह बजे ही उठ जाएं, और अपने टीम के लोगों के साथ घर-घर जाकर वोटर्स को बूथ तक ले जाने में जुट जाएं। कोशिश रहे कि सुबह 10 बजे तक भाजपा का हर वोटर कमल का बटन दबा दे।
भाजपा के एक नेता ने कहा, "अमित शाह का मानना है कि हर आदमी की रोजाना की जिंदगी में ढेरों काम होते हैं। कब कौन किस मुसीबत में फंसकर वोट देने न जा पाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे में सुबह उठने के बाद का काम निपट जाए तो फिर कोई चिंता नहीं रहेगी।"
शाह अपनी हर नुक्कड़ सभा में भी पार्टी समर्थकों से सुबह 10 बजे तक हर हाल में वोट डाल डाल देने की अपील करते रहे हैं। वह हर सभा में उन लोगों से हाथ उठाकर आश्वासन लेते रहे हैं कि वे मतदान के लिए आठ फरवरी को सुबह छह बजे उठकर लोगों को घर से निकालकर वोट देने के लिए बूथ लेकर पहुंचेंगे।
द्वारका में चार फरवरी को हुई रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि पार्टी कार्यकर्ता मतदान के दिन घर-घर संपर्क कर लोगों का वोट डलवाएं। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी की एक चिंता यह भी है कि उसके कोर वोटर्स का एक हिस्सा मतदान में रुचि नहीं लेता। वह मतदान के दिन को छुट्टी मान लेता है। ऐसे मतदाताओं पर भाजपा ने फोकस किया है। इसके लिए हर बूथ प्रभारी के नेतृत्व में बनी टीम को गिनती के घर सौंपे गए हैं। बूथ की टीम के हर सदस्य को संबंधित घरों के लोगों का मतदान कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।