नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने सोमवार को दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पाकिस्तान से आने वाले अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का वादा किया था लेकिन अब कांग्रेस संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध कर रही है क्योंकि वह शाहीन बाग में अपने वोट बैंक को लेकर भयभीत है। राजेंद्र नगर से भाजपा उम्मीदवार आर पी सिंह के समर्थन में एक चुनाव रैली में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आठ फरवरी का चुनाव विधानसभा सदस्यों और मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए नहीं बल्कि दो विचारधाराओं के बीच मुकाबला है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक ओर वे लोग हैं जो शाहीन बाग के साथ खड़े हैं और दूसरी ओर वे लोग हैं कि पाकिस्तान में घुसे और हमारे सैनिकों की मौत का बदला लिया।’’ शाह ने सीएए के मुद्दे पर कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल, मौलाना आजाद ने पाकिस्तानी अल्पसंख्यकों के कभी भी भारत आने पर उन्हें नागरिकता देने का वादा किया था।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है क्योंकि वे शाहीन बाग में अपने वोट को लेकर भयभीत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आप सरकार उन लोगों को बचा रही है जिन्होंने जेएनूय में राष्ट्र विरोधी नारे लगाए थे। शरजील इमाम के ‘भारत से असम को काटने’ संबंधी टिप्पणी पर शाह ने कहा कि 12 दिनों से वह केजरीवाल से कह रहे हैं कि क्या वह जेएनयू छात्र को अभियोजित करने की इजाजत देंगे लेकिन उन्होंने एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल ने बसों में कमांडों तैनात करने (महिलाओं की सुरक्षा के लिए) का वादा किया। लेकिन असल में उन्होंने कमांडो की वर्दी आप कार्यकर्ताओं को पहना दी।’’