नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने निर्वाचन आयोग से दिल्ली सरकार के स्कूल का कथित फर्जी वीडियो ट्वीट करने के मामले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक लगाने की मांग की है। पार्टी नेता संजय सिंह ने बुधवार को यह जानकारी दी। आप नेता सिंह और पंकज गुप्ता ने निर्वाचन आयोग से भाजपा नेताओं पर दिल्लीवालों को ‘‘ गलत तरीके से बदनाम’’ करने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूल का फर्जी वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया है।
AAP ने निर्वाचन आयोग से की गई शिकायत में भाजपा सांसद गौतम गंभीर, प्रवेश वर्मा और हंस राज हंस पर दिल्ली सरकार के स्कूलों की गलत तस्वीर पेश करने के लिए ‘‘फर्जी और मनगढ़ंत’’ वीडियो जारी करने का आरोप लगाया है। AAP ने भाजपा के इन तीनों सांसदों पर भी कार्रवाई की मांग की है। संजय सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘आज हमने निर्वाचन आयोग से मुलाकात की और अमित शाह के चुनाव प्रचार करने पर 48 घंटे की रोक लगाने की मांग की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा के उन सभी नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए जिन्होंने फर्जी वीडियो प्रसारित किया और ऐसे सभी ट्वीट को हटाया जाना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि भाजपा के आठ सांसदों ने मंगलवार को स्कूलों का दौरा किया और इससे जुड़े वीडियो साझा किए। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दावा किया था कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से शहर के सरकारी स्कूलों में कथित खामियां उजागर करने के लिए जारी किए गए वीडियो फर्जी हैं।
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा दिल्ली के शिक्षा मॉडल से पूरी तरह से चकित है और शाह दिल्ली के 16 लाख छात्रों, 32 लाख उनके माता-पिता और हजारों शिक्षकों का अपमान करने के लिए अभियान चला रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ यह दिखाता है कि दिल्ली के इस चुनाव में भाजपा वह पार्टी है जिसके पास न तो लक्ष्य है और ही विचार। यह विश्वास करना कठिन है कि केंद्रीय मंत्री फर्जी वीडियो प्रसारित कर रहे हैं और दिल्ली की पूरी शिक्षा व्यवस्था का अपमान कर रहे हैं।’’
AAP नेता ने कहा कि इस अपमान के लिए शाह को दिल्ली के सभी लोगों, छात्रों, शिक्षों और अभिभावकों से माफी मांगनी चाहिए। संजय सिंह ने कहा, ‘‘आपके संसदीय क्षेत्र गांधी नगर में 375 बच्चों की मौत हो गई लेकिन आपके पास कुछ भी कहने को नहीं है। कम से कम दिल्ली के बच्चों को छोड़ दीजिए। आप दिल्ली सरकार के स्कूलों को देखना चाहते हैं, जाकर उन स्कूलों को देखिए जिनमें आपके शासन में मकड़ी के जाले लगते थे और आज वहां वातानुकूलित कमरे बने हुए हैं।’’