लोरमी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राममंदिर का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस से यह बताने को कहा कि उसे भगवान राम की चिंता है या मुगल बादशाह बाबर की। आदित्यनाथ ने राज्य में पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार के अंतिम दिन यहां चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कांग्रेस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हुए राजनीतिक लाभ के लिए छत्तीसगढ़ और झारखंड में खुलेआम तथा चोरी-छिपे नक्सलवाद को बढ़ावा दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिज का भंडार और वन संपदा होने के बावजूद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के शासन में ‘गरीब, पिछड़ा और बीमारू राज्य’ रहा। ‘बीमारू’- शब्द बिहार, मध्य प्रदेश,राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पहले शब्द से 1980 के मध्य में गढ़ा गया था और इसका आशय इन राज्यों में खराब आर्थिक स्थिति से था। योगी ने कहा, ‘‘आज वन संपदा का इस्तेमाल स्थानीय लोगों के कल्याण में हो रहा है। आदिवासियों और वन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विकासात्मक योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस ने अपने लाभ के लिए नक्सलवाद को बढ़ावा दिया लेकिन जब यह लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा बन गया तो वह भाजपा थी जिसने कड़ाई से इससे निपटा। कांग्रेस नक्सलवाद को खुलेआम और चोरी छिपे बढ़ावा देती रही है।’’ आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा, ‘‘ कांग्रेस ने अपने लाभ के लिए देश की सुरक्षा से खुलवाड़ किया। चाहे वह छत्तीसगढ़ हो या झारखंड जहां नक्सलियों को शरण देने का मुद्दा हो अथवा राजनीतिक लाभ के लिए कश्मीर जैसे राज्यों का इस्तेमाल का। लेकिन भाजपा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अहम है इसलिए(इसने)इससे खिलवाड़ कभी स्वीकार नहीं किया।’’
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं है जब कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा कम से कम दो या तीन आंतकवादियों को ढेर नहीं किया जाता हो अथवा वह सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण नहीं करते हों। इसी प्रकार कोई ऐसा दिन नहीं गुजरता जहां नक्सल प्रभावित राज्यों में लोगों को राज्य सरकारों द्वारा पूरी सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाती हो। उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि उनका संबंध (भगवान) राम से है या विदेशी आक्रमणकारी बाबर से। कांग्रेस के पास देश के सम्मान और स्वाभिमान के संबंध में कोई विचार नहीं है।कांग्रेस ने हमेशा देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया और अब वोट के लिए आपके सामने आ रहे हैं।’’ गौरतलब है कि 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए 12 और 20 नवंबर को दो चरण में मतदान होना है।