नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में रैली कर आज बीजेपी के चुनाव प्रचार को रफ्तार दे दी। पीएम मोदी ने इस दौरान शहरी नक्सल का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि शहरी नक्सलियों के बच्चे विदेश में पढ़ते हैं, मगर वे आदिवासियों की जिंदगी तबाह कर रहे हैं। जिन बच्चों के हाथ में कलम होनी चाहिए, राक्षसी मनोवृत्ति के लोग उनके हाथ में बन्दूक पकड़ा देते हैं।
उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस पर अर्बन नक्सलियों को समर्थन देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को जवाब देना चाहिए कि जब सरकार अर्बन नक्सलियों पर कार्रवाई करती है तो वे उनका बचाव क्यों करते हैं? पीएम मोदी ने कहा कि जमीन से कटे और चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए नेता आदिवासियों की समस्याओं को समझ नहीं पाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी दलितों, पीड़ितों, शोषितों, वंचितों और गरीबों को सिर्फ और सिर्फ अपना वोट बैंक मानती है। कांग्रेस पार्टी इन्हें इंसान के रूप में देखने को तैयार नहीं है। देश में कांग्रेस की कई सरकारें चली लेकिन कभी आदिवासियों के विकास की चिंता नहीं की। अटल जी देश के पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने आदिवासियों के विकास के लिए एक अलग से मंत्रालय बनाया। उन्होने कहा कि अटल जी ने छत्तीसगढ़ के लिए जो सपने देखें थे उनको पूरा करने के लिए मैं बार-बार छत्तीसगढ़ आया हूं और जब तक मैं उनके सपने पूरे नहीं कर देता तब तक चैन से बैठने वाला नहीं हूं।
पीएम मोदी ने पिछले दिनों डीडी न्यूज के कैमरामैन अच्युतानंद साहू के नक्सली हमले में मौत पर भी माओवादियों और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि वह बंदूक लेकर नहीं आया था, वह कंधे पर कैमरा लेकर नहीं आया था, उसे मार दिया गया। अभी दो दिन पहले भी नक्सल हमले में जवान मारे गए। ये माओवादी निर्बलों की हत्या करें और कांग्रेस उन्हें क्रांतिकारी कहे, क्या कांग्रेस की इस बात का आप समर्थन कर रहे हैं। एक निर्दोष पत्रकार को जिन्होंने मौत के घाट उतार दिया, आपको वे क्रांतिकारी लगने लगे हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में दो चरणों मे मतदान होगा। पहले चरण में इस महीने की 12 तारीख को बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, खुज्जी, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर पर मतदान होगा। इन सीटों में से 12 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए तथा एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
पहले चरण में राजनांदगांव से मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, पहले चरण में रमन मंत्रिमंडल के दो सदस्यों और एक भाजपा सांसद के भाग्य का भी फैसला होना है। राज्य में भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 वर्षों से सत्ता में है और इस बार वह 65 सीटों पर जीत के साथ चौथी बार सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। वहीं कांग्रेस इस बार सत्ता में आने का प्रयास कर रही है। राज्य में सरकार बचाने और बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी ताकत झोंक दी है।