नई दिल्ली। 5 राज्यों में सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही 2 चरणों में क्यों वोटिंग कराई जा रही है? पहले चरण में सिर्फ 18 सीटों को ही वोटिंग के लिए क्यों चुना गया है? इन सवालों का जवाब छत्तीसगढ़ से आ रही कुछ तस्वीरों से मिलता नजर आ रहा है। पहली तस्वीर में साफ देखा जा रहा है कि नक्सलवाद की वजह से मतदान के लिए जरूरी ढांचा नहीं होने के कारण मतदान अधिकारी को पेड़ के नीचे मतदान केंद्र बनाना पड़ा है और उस मतदान केंद्र की सुरक्षा के लिए चारों तरफ सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। यह तस्वीर छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित इलाके सुकमा के एक मतदान केंद्र की है।
दूसरी तस्वीर मतदान के लिए ढांचा तो मिल गया है लेकिन साफ दिख रहा है कि उस ढांचे की सुरक्षा के लिए सुरक्षाबलों को कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है। यह तस्वीर दंतेवाड़ा के एक पोलिंग स्टेशन की है।
हालांकि कई जगहों पर मतदान के लिए मतदाताओं के बीच भारी उत्साह भी देखने को मिल रहा है, हमीरगढ़ में सोलना के एक पोलिंग स्टेशन से आई ये तस्वीर उत्साह की झलक दे रही है।
मतदान के लिए मतदाताओं के उत्साह की तस्वीर नाराणपुर के एक पोलिंग स्टेशन में भी देखने को मिल रही है।
वोटिंग का उत्साह सिर्फ युवाओं में ही नहीं है बल्कि वृद्ध भी मतदान में बढ़चढ़कर भाग ले रहे हैं, हमीरगढ़ में सोलाना के एक मतदान केंद्र से यह तस्वीर आई है।
मतदान के लिए कई जगहों पर लंबी कतार होने की वजह से थके हुए कुछ मतदाता जमीन पर पैठकर अपना वोट डालने का इंतजार कर रहे हैं, तस्वीर दंतेवाड़ा के एक पोलिंग स्टेशन की है।