रायपुर: छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। सोमवार को नक्सल प्रभावित आठ जिले के मतदाता मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत 190 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने रविवार को बताया कि राज्य में प्रथम चरण के मतदान के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। राज्य में सुरक्षा बल के लगभग सवा लाख जवानों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में चुनाव कार्य के लिए केंद्र से लगभग 65 हजार जवानों को यहां भेजा गया है। जिनमें अर्धसैनिक बल और पुलिस बल के जवान शामिल हैं। क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवान लगातार गश्त में हैं तथा पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ भी बेहतर तालमेल बनाकर अभियान चलाया जा रहा है।
क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मोबाइल चेक पोस्ट भी बनाए गए हैं। साहू ने बताया कि पहले चरण में सोमवार को 18 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। प्रथम चरण में 190 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के निर्वाचन वाले 18 विधानसभा क्षेत्रों में से 10 विधानसभा क्षेत्रों में सोमवार को सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जायेंगे। वहीं शेष आठ विधानसभा क्षेत्र जिसमें से राजनांदगांव जिले के पांच और बस्तर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जायेंगे। साहू ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोण्डागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोण्टा में सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। वहीं विधानसभा क्षेत्र खैरागढ, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे शाम पांच बजे तक मतदान होगा।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 4336 है। जहां 31,80,014 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 15,57,435 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 16,22,492 है। वहीं 87 मतदाता तृतीय लिंग के हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण में निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए कुल 19079 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। जो शांतिपूर्ण निष्पक्ष निर्वाचन कराने के लिए मतदान केन्द्रों के लिये रवाना हो चुके हैं। साहू ने बताया कि दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में कुल 942 मतदान कार्मिकों को हेलीकाप्टर के माध्यम से भेजा जा चुका है। जिनमें से बीजापुर जिले में 329 मतदान कर्मी, सुकमा जिले में 206, कांकेर जिले में 271, नारायणपुर जिले में 103, बस्तर जिले में 22 और कोण्डागांव जिले में 11 मतदान कर्मियों को हेलीकाप्टर से भेजा गया है। शेष 16,400 मतदान कर्मिकों को बस के माध्यम से आज मतदान केन्द्रों के लिये रवाना किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से 201 मतदान केंद्रों को दूसरी जगह स्थानांतरित किया गया है। जिसमें सुकमा जिले 40 मतदान केंद्र, बस्तर जिले के दो, बीजापुर जिले के 76, नारायणपुर जिले के 18, दन्तेवाड़ा जिले के 21, कोण्डागांव जिले के चार, कांकेर जिले के 28 और राजनांदगांव जिले के 12 मतदान केंद्र शामिल है। उन्होंने बताया कि सभी 18 विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष निर्वाचन के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मतदान दिवस को मतदान केन्द्रों में निर्वाचन के लिये मतदान दलों के अलावा 435 सेक्टर ऑफिसर लगाए गए हैं। जो प्रत्येक दो घण्टे पर मतदान प्रतिशत की जानकारी अपने रिटर्निंग ऑफिसर को उपलब्ध करायेंगे। मतदान दिवस के दिन प्रत्येक मतदान केन्द्र में बी.एल.ओ. उपस्थित रहेंगे। उनके पास वर्ण क्रमानुसार मतदाता सूची उपलब्ध रहेगी। जिससे मतदाता यह जान सकेंगे कि उनका नाम किस क्रमांक पर है।
साहू ने बताया कि प्रथम चरण में कुल मतदान केन्द्र 4336 हैं। जहां 4336 कंट्रोल युनिट, 4336 व्हीव्हीपीएटी मशीन और 5049 बैलेट युनिट लगाया गया है। वहीं आठ जिलों में 30 संगवारी मतदान केंद्र भी बनाया गया है जहां महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया है। अधिकारी ने बताया कि 18 विधानसभा क्षेत्रों में से तीन विधानसभा क्षेत्र जगदलपुर, राजनांदगांव तथा खुज्जी में निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थी की संख्या 16 से अधिक होने के कारण दो बैलेट यूनिट का उपयोग किया जा रहा है। शेष विधानसभा क्षेत्रों में एक बैलेट यूनिट का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के 18 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 4336 मतदान केन्द्रों में से 252 मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग की सुविधा उपलब्ध करायी गई है जिसके माध्यम से भारत निर्वाचनआयोग उन मतदान केन्द्रों पर नजर रख सकता है। छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए सोमवार 12 नवंबर को मतदान होगा। वहीं दूसरे चरण के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। प्रथम चरण में मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के दो सदस्यों समेत 190 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।