Chhattisgarh Assembly Elections 2018 Opinion Poll: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री रमन सिंह की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार अगले महीने होनेवाले विधानसभा चुनावों में पूर्ण बहुमत हासिल कर सकती है। इंडिया टीवी और सीएनएक्स के ओपिनियन पोल के मुताबिक प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनने के आसार हैं।
90 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी 50 (+/-5) सीटें जीत सकती है जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 30 (+/- 5) सीटें मिल सकती हैं, वहीं बहुजन समाज पार्टी और अजीत जोगी की जेसीसीजे (जनता कांग्रेस छत्तीसगढ-जोगी) संयुक्त रूप से 9 सीटें जीत सकती है जबकि अन्य को एक सीट मिलने के आसार हैं।
2013 में संपन्न विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 49 सीटें जीती थी, कांग्रेस को 39 सीटें मिली थी ।
वोट शेयर की बात करें तो बीजेपी को 75.2 फीसदी, कांग्रेस को 37.21 फीसदी, बीएसपी-जेसीसीजे को 6.38 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं जबकि अन्य को 14.21 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
2013 के विधानसभा चुनावों में बीजपी को 41.04 फीसदी और कांग्रेस को 40.29 फीसदी वोट मिले थे। ओपिनियन पोल के मुताबिक इसबार बीजेपी का वोट प्रतिशत 1.16 फीसदी ऊपर जाता दिख रहा है जबकि कांग्रेस के वोट प्रतिशत में 3.08 फीसदी की गिरावट नजर आ रही है।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स चुनाव पूर्व सर्वे 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच 18 से 60 साल आयुवर्ग के 3600 मतदाताओं (1925 पुरुषों और 1675 महिलाओं) के बीच एक संरचित प्रश्नावली के द्वारा किया गया।
सर्वे टीम ने 90 विधानसभा क्षेत्रों में से 30 का दौरा किया और जनसंख्या, पेशा और प्रवास के आयामों को ध्यान में रखते हुए लोगों का चयन किया। परिणाम में 2.5 फीसदी का मार्जिन एरर हो सकता है।
इस चुनाव पूर्व सर्वेक्षण में 40.71 फीसदी लोगों ने कहा कि वे चाहते हैं कि रमन सिंह को मुख्यमंत्री बने रहें जबकि 19.2 फीसद लोगों ने कांग्रेस नेता भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री की पसंद बताया है।
यह पूछे जाने पर कि एक मुख्यमंत्री के तौर पर रमन सिंह के प्रदर्शन को आप कैसे आंकते हैं? 30.42 फीसदी लोगों ने 'बहुत अच्छा' बताया, 15.1 फीसदी ने 'अच्छा', 19.63 फीसदी लोगों ने 'खराब', 17.55 फीसदी लोगों ने 'बहुत खराब', 7.72 फीसदी लोगों ने 'औसत' और 9.58 फीसदी लोगों ने कहा-कुछ नहीं कह सकते।
यह पूछे जाने पर आनेवाले चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या रहेगा? 35.9 फीसदी लोगों ने विकास को सबसे बड़ा मुद्दा बताया, 20.71 फीसदी लोगों ने बेरोजगारी, 15.71 फीसदी लोगों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतें, 12.58 फीसदी लोगों ने किसानों की समस्या, 10 फीसदी लोगों ने भ्रष्टाचार को केवल 3.55 फीसदी लोगों ने राफेल सौदे को इस चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा बताया।