रायपुर: विधानसभा चुनावों के ऐन पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके ने भाजपा का दामन थाम लिया है। शनिवार को बिलासपुर में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। उइके वर्तमान में पाली तानाखार सीट से विधायक हैं और सूबे में कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार थे। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में नवंबर में दो चरणों में वोट डाले जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी।
भाजपा में शामिल होने के बाद रामदयाल उइके ने कहा, ‘कांग्रेस में आदिवासी नेता की उपेक्षा हुई। कांग्रेस आदिवासी हितैषी नहीं रही। कांग्रेस की कथनी और करनी में फर्क है।’ मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि उइके के भाजपा में आने से पार्टी मजबूत होगी। रमन सिंह ने कहा कि उइके भाजपा की विचारधारा से प्रभावित होकर देश-प्रदेश के हित में काम करने के लिए पार्टी में आए हैं, और टिकट देने या न देने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे, रामविचार नेताम, मंत्री अमर अग्रवाल भी मौजूद रहे।
माना जा रहा है कि विधानसभा चुनावों के ठीक पहले उइके का कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा के कमल को थाम लेना विपक्ष में बैठी पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उइके के इस कदम से खुद कांग्रेस के नेता काफी हैरान दिख रहे हैं। कांग्रेस सांसद ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें बहुत कुछ दिया था, उन्हें पार्टी का प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया। टीएस सिंहदेव ने कहा कि रामदयाल उइके का भाजपा में जाना आश्चर्यजनक है।