पटना। बिहार चुनाव के मुहाने पर खड़ा है। राजनीतिक पार्टियों में गठबंधन और संबंध तोड़ने का सिलसिला जारी है। इस बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी गठबंधन को लेकर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, अपनी पार्टी के नेताओं से बैठक करेंगे। यहां इस बात पर मंथन होगा कि आगामी चुनावों में नीतीश कु्मार की पार्टी के साथ जाना चाहिए या उनके खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए।
JD(U)-LJP के बीच जारी बयानबाजी के बीच रामविलास बोले- पार्टी पर अब मेरा बस नहीं चलता
बता दें कि केंद्र में एनडीए के दोनों सहयोगी बिहार में कई मुद्दों में टकराते रहे हैं। कोरोनोवायरस महामारी से निपटने के उपाय हों या फिर हाल ही में आई बाढ़, चिराग पासवान बिहार सरकार पर हमलावर रहे हैं। इस बीच लोजपा ने विपक्ष की ही तरह नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य के एक "होनहार युवक" सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच के लिए मुख्यमंत्री की ओर से कोई पहल नहीं की गई। दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के NDA में शामिल होने से नीतीश कुमार के लोजपा के साथ रिश्ते खराब हो गए हैं।
पप्पू यादव का ऐलान, बिहार चुनावों में 150 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी जन अधिकार पार्टी
रविवार को ही चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के सदस्यों को दी जाने वाली मुफ्त जमीन का वादा पूरा नहीं किया है। ऐसे में इस बात की संभावना बहुत ही कम है कि केंद्र का एनडीए फॉर्मूला बिहार में भी जारी रह सकेगा। रविवार को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में, चिराग पासवान ने नीतीश कुमार द्वारा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सदस्यों से किए गए निशुल्क भूमि के वादे पर भी सवाल उठाया, यह सवाल किया कि यह अभी तक क्यों नहीं मिला?