पटना: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए बिगुल बज चुका है और सभी पार्टियों ने एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए कमर कस ली है। वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर 28 अक्टूबर को पहले चरण में मतदान होना है और यहां प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। एनडीए के खेमे से भारतीय जनता पार्टी ने जहां अपनी सिटिंग विधायक अरुणा देवी पर एक बार फिर दांव आजमाया है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने सतीश कुमार को मैदान में उतारा है।
पिछले चुनावों में जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल का गठबंधन होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने यह सीट एक बड़े अंतर से जीती थी। इस बार जेडीयू और बीजेपी साथ में हैं, इसलिए माना जा रहा है कि मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। महागठबंधन ने इन चुनावों में इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी को मौका दिया है, इसलिए माना जा रहा है कि वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार अरुणा देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जेडीयू के प्रदीप कुमार को 19527 मतों के अंतर से हराया था। उन चुनावों में अरुणा देवी को 85912 वोट मिले थे जबकि जेडीयू प्रत्याशी प्रदीप कुमार पर 66385 लोगों ने अपना भरोसा जताया था। 2015 के चुनावों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी राम किशोर वर्मा को सिर्फ 3547 वोटों से संतोष करना पड़ा था, जबकि नोटा को उनसे कहीं ज्यादा 4851 वोट मिले थे।