राघोपुर. बिहार की राघोपुर विधानसभा सीट पर मतों की गिनती पूरी हो चुकी है।इस सीट पर राजद के सीएम पद के प्रत्याशी तेजस्वी यादव, भारतीय जनता पार्टी के सतीश कमार, लोजपा के राकेश रोशन चुनावी रण में अपनी किस्मत आजमा रहे थे। तेजस्वी यादव 38,000 मतों से भी अधिक के अंतर से राघोपुर सीट से जीते। चुनाव परिणाम मंगलवार देर रात घोषित हुआ। चुनाव आयोग के मुताबिक तेजस्वी ने भारतीय जनता पार्टी के सतीश कुमार को 38,174 मतों से हराया। तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी 21,000 से भी अधिक मतों से हसनपुर सीट से जीते हैं।
पिछले चुनाव परिणामों पर एक नजर
साल 2015 में राघोपुर सीट पर तेजस्वी को जीत हासिल हुई थी। राघोपुर में तेजस्वी को 91,236 वोट मिले थे जबकि भाजपा के सतीश कुमार को 68,503 वोट मिले थे। पिछले चुनाव में राजद को जदयू का समर्थन था। जबकि इस बार भाजपा और जदयू साथ में हैं। साल 2010 में इस सीट पर जदयू के टिकट पर सतीश कुमार ने लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी को हराया था। उन्होंने 13 हजार वोटों से राबड़ी को हराया था। राघोपुर सीट राजद का गढ़ मानी जाती है। साल 1995 में इस सीट पर लालू यादव ने 54 हजार वोटों से जीत दर्ज की था। साल 2000 में लालू यादव यहां से जीते। फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 में राघोपुर सीट पर लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने चुनाव में जीत दर्ज की।
तीन चरणों में हुआ बिहार का चुनाव
आपको बता दें कि बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में तीन चरणों में हुए मतदान के बाद जारी हुए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई है। बिहार में मतों की 38 जिला मुख्यालय में मतगणना के लिए 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। बिहार राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, पूर्वी चंपारण, सीवान, बेगूसराय और गया में तीन-तीन, नालंदा, बांका, पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सहरसा में दो-दो मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। 55 मतगणना केंद्रों में 414 हॉल बनाए गए हैं। बिहार की 243 सीटों में कुल 3,734 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। मतदान के बाद आए एक्जिेट पोल में राजद नेतृत्व महागठबंधन और भाजपा नेतृत्व राजग में कड़ी टक्कर के संकेत दिए गए हैं। बिहार में तीन चरणों 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान का हुआ था।