हसनपुर. बिहार की हसनपुर विधानसभा सीट पर पूरे देश की नजर थी। इस सीट पर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप चुनाव मैदान में हैं। शुरुआत में तेज प्रताप इस सीट पर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के राज कुमार राय से पीछे चल रहे थे, लेकिन एकबार बढ़त हासिल करने के बाद तेज प्रताप आगे बढ़ते चले गए और उन्होंने इस सीट पर जदयू को मात दे दी। तेज प्रताप यादव को हसनपुर में 80991 वोट मिले जबकि जदयू प्रत्याशी राज कुमार राय को 59852 वोट मिले। लोजपा के प्रत्याशी को यहां 8797 वोट मिले।
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क्या कहते हैं जातीय समीकरण?
हसनपुर विधानसभा सीट पर करीब 65 हजार यादव मतदाता हैं जबकि मुस्लिम वोटरों की संख्या करीब 25 हजार है, सवर्ण मतदाताओं की संख्या लगभग 20 हजार है। यहां पासवान मतदाताओं की संख्या करीब 18 हजार, कुशवाहा मतदाताओं की संख्या 16 हजार और अति पिछड़े मतदाताओं की संख्या 13 हजार है। जदयू उम्मीदवार 2010 में राजद के एम-वाई समीकरण के मुकाबले अन्य जातियों की गोलबंदी के सहारे जीते थे। वर्ष 2015 में राज्य की बदली राजनीतिक तस्वीर के बाद एमवाई और अतिपिछड़ा समीकरण के चलते उन्हें फिर जीत मिली थी। इस बार तस्वीर एक बार फिर 2010 वाली है। ऐसे में जदयू एम-वाई के मुकाबले अन्य जातियों की गोलबंदी के फॉर्मूले को साधने के लिये पूरा जोर लगा रहा है।एक नजर पिछले चुनावों पर
समस्तीपुर जिले में आने वाली इस सीट पर साल 2015 और साल 2010 में जदयू के राज कुमार ने जीत दर्ज की थी, जबकि साल 2005 में हुए दोनों चुनाव में राजद के सुनील कुमार यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।