मुंबई/पटना: शिवसेना ने बिहार में JDU का दामन थामने वाले राज्य के पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडे के खिलाफ विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। बिहार विधानसभा चुनाव में शिवसेना करीब 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। शिवसेना का कहना हैं कि गुप्तेश्वर पांडे ने महाराष्ट्र का अपमान किया है, महाराष्ट्र पुलिस पर झूठे आरोप लगाए हैं, ऐसे में उनको सबक सिखाने के लिए शिवसेना उनके खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी।
JDU में कब शामिल हुए गुप्तेश्वर पांडेय?
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाले जनता दल युनाइटेड (जदयू) में 27 सितंबर को शामिल हुए थे। उन्हें पटना में मुख्यमंत्री आवास पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता दिलायी थी।
कई नेताओं की मौजूदगी में ज्वाइन की JDU
इस दौरान बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, पार्टी के सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, नवनियुक्त पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष तथा राज्य के मंत्री अशोक चौधरी और बिहार विधान परिषद सदस्य संजय गांधी उपस्थिति थे। इनकी मौजूदगी में गुप्तेश्वर पांडेय JDU में शामिल हुए।
JDU नेता बनने के बाद पहला बयान
बाद में यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में ललन सिंह और अशोक चौधरी के साथ संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पांडेय ने कहा था कि वह शुरू से नीतीश जी से प्रभावित रहे हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करने के बाद अब आगे दल के नेता का जो आदेश होगा उसके हिसाब से काम करूंगा।
खुद को बताया दल का अनुशासित सिपाही
यह पूछे जाने कि क्या वह चुनाव लडेंगे, पांडेय ने कहा था, ‘‘चुनाव लड़ने या न लड़ने के बारे में मैं निर्णय नहीं ले सकता। दल फैसला करेगा कि वह किस तरह से मेरी सेवा लेना चाहता है। अब मैं दल का अनुशासित सिपाही हूं। दल और नेता का जो आदेश होगा उसी हिसाब से मैं काम करूंगा।’’
शिवसेना देगी टक्कर!
ऐसे में अब शिवसेना बिहार चुनाव में करीब 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। इन 50 सीटों में से एक सीट वह होने वाली है, जिस सीट से JDU गुप्तेश्वर पांडेय को चुनावी मैदान में उतार सकती है। शिवसेना ने साफ कर दिया है वह गुप्तेश्वर पांडेय के खिलाफ अपना उम्मीदवार चुनाव में उतारेंगी।