पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में खूब राजनीतिक दांव-पेंच चल रहे हैं। टिकट बंटवारे का दौर जारी है। कुछ के टिकट कट रहे हैं और नए लोगों को टिकट मिल रहे हैं तो वहीं कुछ पुराने उम्मीदवारों को ही टिकट मिल रहे हैं। ऐसे में जिन्हें टिकट मिल गया या मिलने वाला है, वह तो ठीक हैं लेकिन टिकट कटने से नेताओं में नाराजगी भी है। आरजेडी नेता सुरेश यादव भी टिकट कटने से बागी हो गए हैं।
दरअसल, रक्सौल विधानसभा सीट आरजेडी से पाले से फिसल कर कांग्रेस के हिस्से में आ गई है। तो ऐसे में आरजेडी नेता सुरेश यादव का टिकट कट गया है टिकट कटने से सुरेश यादव काफी नाराज हो गए हैं। इतना ही नहीं, टिकट कटने को लेकर मीडिया से बात करते हुए सुरेश यादव बुरी तरह से रो भी पड़े। रोते-रोते उन्होंने कहा कि टिकट कटने से परिवार से लेकर समाज में महागठबंधन के प्रति गुस्सा है।
ऐसे में उन्होंने बागी रुख अपनाते हुए 19 अक्टूबर को रक्सौल विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने का ऐलान भी कर दिया। सुरेश यादव ने कहा, "मैं 19 अक्टूबर को रक्सौल विधानसभा सीट से निर्दलीय ही नामांकन करूंगा।" उन्होंने कहा, "2005 से आरजेडी का झंडा उठाकर लोगों के बीच हूं। पार्टी ने मेरे साथ विश्वासघात किया, धोखा किया। अब मैं जनता की अदालत में हूं। अब जनता फैसला करेगी।"\
यह सब बातें करते वक्त सुरेश यादव का रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने कहा कि उनकी बड़ी बहन रीता देवी कैंसर से पीड़ित हैं। दस साल से उनका इलाज जारी है। बहन ने भी अपने दर्द को भुलाकर उन्हें (सुरेश यादव को) सहयोग करने की सांत्वना दी है। ऐसे में सुरेश यादव ने रक्सौल विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का पूरा मन बना लिया है। यहां से कांग्रेस ने रामबाबू यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है।