पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव अपने पूरे शबाब पर हैं, और 24 अक्टूबर को पहले चरण की वोटिंग के बाद इसमें काफी तेजी आ गई है। दूसरे फेज की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे फेज की वोटिंग 7 नवंबर को होनी है, जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी। बिहार की रीगा विधानसभा सीट पर भी तीसरे चरण के दौरान 7 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। रीगा विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अपने सिटिंग विधायक अमित कुमार को उतारा है, जबकि बीजेपी ने पिछले चुनावों में दूसरे नंबर पर रहे मोती लाल प्रसाद को एक बार फिर मौका दिया है।
बिहार की रीगा विधानसभा सीट पर यूं तो पिछली बार महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी, लेकिन यह भी याद रखना होगा कि उन चुनावों में जेडीयू भी महागठबंधन का हिस्सा था। आज परिस्थितियां पूरी तरह बदल चुकी हैं और एनडीए के बैनर तले बीजेपी और जेडीयू सूबे की सत्ता पर अपना कब्जा बरकरार रखने की लड़ाई लड़ रही हैं। दूसरी तरफ आरजेडी महागठबंधन के अपने साथियों के साथ नीतीश कुमार की सत्ता का खात्मा करने के लिए पूरा जोर लगा रही है।
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो रीगा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अमित कुमार ने बीजेपी के मोती लाल प्रसाद को लगभग 23 हजार मतों के अंतर से मात दी थी। उन चुनावों में अमित कुमार को 79217 वोट मिले थे, जबकि मोती लाल प्रसाद के नाम का बटन कुल 56361 लोगों ने दबाया था। 2015 में रीगा सीट पर सीपीआई तीसरे नंबर पर रही थी, हालांकि उसके प्रत्याशी अतुल बिहारी मिश्रा के खाते में सिर्फ 4262 वोट आए थे। 1105 वोटों के साथ नोटा यहां 11वें नंबर पर रहा था।