पटना: बिहार में चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा दाव चल दिया है। दिग्गज समाजवादी नेता दिवंगत रघुवंश प्रसाद सिंह के बेटे जनता दल (युनाइटेड) में शामिल हो गये गये हैं। पटना स्थित जदयू कार्यालय में रघुवंश प्रसाद सिंह के बड़े बेटे सत्यप्रकाश सिंह को प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हो गये। उन्हें राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनाए जाने की भी चर्चा है।
सत्यप्रकाश ने इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि वे अपने पिताजी के अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए राजनीति में आए हैं। उन्होंने कहा, "हमारी पृष्ठभूमि राजनीति रही है, लेकिन हमारे पिताजी कहते थे कि किसी भी परिवार में एक ही सदस्य को राजनीति में जाना चाहिए, यही समाजवाद है।"
सत्यप्रकाश ने कहा, "पिताजी महान समाजवादी कर्पूरी ठाकुर जी के आदर्शो को मानते थे। पिताजी ने मरते समय जो पत्र लिखा, उसमें उन्होंने इशारा किया था कि मैं राजनीति में आऊं । मेरी कोशिश रहेगी कि उनके जो बचे हुए कार्य हैं, वो मैं जदयू में शामिल होकर अपने तन, मन, धन से पूर्ण करूंगा।"
उन्होंने कुछ बातों को याद करते हुए कहा, "पिताजी को इसका बहुत दुख था कि राजद और लालू यादव जी के परिवार के लोग उनकी बातों को नहीं सुन रहे हैं, यही कारण है कि उन्होंने राजद से इस्तीफा दे दिया।" उन्होंने कहा कि उनके पिता ने इन मुद्दों को लेकर पार्टी को भी पत्र लिखा था।
सत्यप्रकाश ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में राजद के घोषणापत्र में शामिल ऊंची जाति के गरीब लोगों को 15 प्रतिशत आरक्षण देने की बात थी, लेकिन बिना उनसे विचार-विमर्श किए उसको बदल दिया गया।
उन्होंने कहा कि बाद में उनके पिता ने लालू प्रसाद से बात करने के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि वे गरीब सवर्ण आरक्षण के पक्ष में हैं, लेकिन राजद के कुछ नेताओं ने और उनके परिवार वालों ने बार-बार इसका विरोध किया। सत्यप्रकाश ने कहा, "पिताजी इस बात से भी काफी आहत थे।"