मुजफ्फरपुर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में एक रैली के दौरान उनको मुर्दाबाद के नारे लगा रहे लोगों समझाने लगे, नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे लोगों को नीतीश कुमार ने कहा, “काहे के लिए मुर्दाबाद कह रहे हो, जिसका जिंदाबाद कर रहे हो उसको सुनने के लिए जाओ।” नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके और मुर्दाबाद के नारे लगा रहे लोगों को कहा कि बिहार में पहले क्या कुछ होता था इसका पता लगाना है तो अपने घर जाकर अपनी माता से पूछना।
मुर्दाबाद का नारा लगा रहे लोगों को नीतीश कुमार ने कहा, “यहां आपको मालूम है, कुछ लोगों को न कोई ज्ञान है न कोई अनुभव, हम समाज को एक करने में लगे हुए हैं और वो लोग लगे हुए समाज को फिर बांटो फिर झगड़ा का माहौल पैदा करो। आप लोग देख रहे हो आप लोगों को कोई कुछ नहीं करेगा, हो तुम 8-10 आदमी, यहां हजार लोग बैठे हैं, कोई तुमको कुछ नहीं करेंगे। ये जान लो यहां पर, जो भी सबक सिखाता है, कम उम्र के बच्चे हो, क्या हाथ था अपने माता पिता से पूछ लो, कि शाम होने के बाद घर से बाहर निकल पाते थे? अपने माता पिता से पूछा कि स्कूल में कोई पढ़ाई होती थी? कोई ईलाज होता था?
मुर्दाबाद का नारा लगा रहे लोगों को नीतीश कुमार बोले, “जानते हो, पूरे बिहार में ये जो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है उसमें एक महीने में 39 मरीज आते थे, हम लोगों ने जो अस्पताल की स्थिति बढा़ई, अब एक महीने में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 हजार लोग इलाज के लिए जाते हैं, जरा जान लोग, पूछ लो, घर के अंदर पिता ठीक नहीं बताएगा, लेकिन अपनी माता से पूछोगे वो सही बात बतलाएगी। लोग किस तरह से क्या करते थे, पती अंदर गए तो पत्नी को गद्दी पर बैठा दिया लेकिन महिलाओं के उत्थान के लिए कोई काम हुआ।”
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान बुधवार को होगा और उसके लिए चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है, ऐसे में सभी राजनीतिक दलों के नेता अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए नजर आ रहे हैं।