नई दिल्ली. लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) बिहार में नीतीश कुमार सरकार से समर्थन वापस ले सकती है। यह जानकारी लोजपा के सूत्रों ने शुक्रवार को दी। इससे पहले पार्टी ने जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने का आरोप लगाया था। सूत्रों ने बताया कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने बृहस्पतिवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी और अन्य मुद्दों के साथ इस विषय पर भी चर्चा की थी।
पढ़ें- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सातवीं बार लाल किले से देश को संबोधित करेंगे
उन्होंने कहा कि पासवान ने शनिवार को इस मुद्दे पर पार्टी के पटना कार्यालय में लोजपा नेताओं की बैठक बुलाई है। ललन सिंह ने हाल ही में पासवान पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह कालिदास की तरह पेड़ की उसी डाल को काट रहे हैं, जिस पर वह बैठे हैं।
लोजपा ने कहा है कि सिंह ने पासवान के एक ट्वीट को लेकर निशाना साधा था जिसमें लोजपा अध्यक्ष ने कोविड-19 की जांच बढ़ाने के लिए नीतीश कुमार समेत अनेक मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाने पर पीएम मोदी की तारीफ की थी। लोजपा के एक नेता ने कहा, "ललन सिंह ने प्रधानमंत्री का अपमान किया है। हम नीतीश कुमार सरकार से अपना समर्थन वापस ले सकते हैं।"
पढ़ें- Independence Day 2020: इन बहादुर सैनिकों को मिला शौर्य चक्र पुरस्कार, देखिए पूरी लिस्ट
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में लोजपा के दो विधायक हैं। लोजपा समर्थन वापस ले लेती है तो भी इस समय बिहार सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन यह पूरा घटनाक्रम राज्य में भाजपा के दोनों सहयोगी दलों के बीच बढ़ती दरार को जरूर दर्शाता है।