पटना. भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा इन दिनों बिहार में हैं, उन्होंने शनिवार को बिहार में बिहार में लीची कृषक और महिला किसानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पहले देश की राजनीति की संस्कृति थी कि लोगों को गुमराह करके वोट लो, फिर अपना मकसद पूरा करो। प्रधानमंत्री मोदी जी के आने के बाद गरीब, पीड़ित, वंचित, शोषित और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता की गई है।
जेपी नड्डा ने लीची किसानों की बात करते हुए कहा कि यहां की लीची का दुनिया में अपना स्थान है। अगर हम चाहते हैं लीची की वजह से यहां की तस्वीर बदले हैं, तो हमें बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, तकनीक, ह्यूमन रिसोर्स और डिमांड को सप्लाई देना जरूरी है। इसके लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज में 1 लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि लीची की खेती के लिए अब इसकी लाइफ 32 दिन से ज्यादा हो गामा किरणों के माध्यम से इसके लिए प्रयास चल रहा है। लीची की उम्र बढ़ाने के लिए एक सेंटर मुजफ्फरपुर में बनाया गया है। स्वास्थ्य व्यवस्था पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि चमकी बुखार का यहां पहले बहुत प्रकोप था। जो रिसर्च सेंटर और आईसीयू बैड का सेंटर केंद्र सरकार ने यहां दिया था, उसकी वजह से चमकी बुखार का प्रकोप काफी कम हो गया है।
विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि 2014 के पहले नेताओं का वक्तव्य होता था - हम देखेंगे, सोचेंगे, करने का प्रयास करेंगे, हम कर नहीं पा रहें। 2014 के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में राजनीति की संस्कृति ऐसी बदली कि - हम कर सकते हैं और करके दिखाएंगे।