पटना: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए सभी पार्टियों ने कमर कस ली है और जोर-शोर से कैंपेनिंग जारी है। चुनाव के पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर को मतदान होना है और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशी वोटरों को अपने पाले में रिझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। बिहार की झाझा विधानसभा सीट पर भी 28 अक्टूबर को ही वोटिंग होगी। इस सीट पर जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। जेडीयू की तरफ से दामोदर रावत मैदान में हैं जबकि आरजेडी ने यहां से राजेंद्र प्रसाद को उतारा है।
झाझा की सीट पर पिछली बार भारतीय जनता पार्टी के रविंद्र यादव को जीत मिली थी। हालांकि इस बार बीजेपी और जेडीयू एक ही गठबंधन में हैं, और यह सीट नीतीश की पार्टी के हिस्से आई है। वहीं, दूसरी तरफ आरजेडी की कोशिश इस सीट पर एनडीए को बुरी तरह पटखनी देने की होगी। माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में एक बार फिर दोनों ही गठबंधनों के उम्मीदवारों के बीट कड़ी लड़ाई देखने को मिल सकती है।
2015 के चुनावों की बात करें तो बीजेपी के रविंद्र यादव ने जेडीयू के दामोदर रावत को लगभग 22 हजार मतों से हराया था। यादव को जहां 65537 वोट मिले थे वहीं रावत के खाते में 43451 वोट आए थे। यहां सबसे बड़ा आश्चर्य निर्दलीय विनोद प्रसाद यादव को 20 हजार से भी ज्यादा वोटों का मिलना रहा था। उन्हें 20745 लोगों ने वोट दिया था। यहां नोटा पर भी कुल मिलाकर 4354 लोगों ने बटन दबाया था।