नई दिल्ली/पटना। जेडीयू में शामिल हुए बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय के चुनाव लड़ने के अरमानों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। हाल ही में गुप्तेश्वर पांडेय ने डीजीपी की नौकरी छोड़कर VRS लेकर राजनीति में कदम रखा था। हालांकि गुप्तेश्वर पांडेय कुछ महीने बाद ही फरवरी, 2021 में रिटायर करने वाले थे। वे बक्सर सीट से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे इसलिये जेडीयू में शामिल भी हुए। बक्सर में उन्होंने चुनाव के सिलसिले में एक बड़ा हॉल वैगरह बुक भी कर लिया था। लेकिन बक्सर की सीट जब बीजेपी के हिस्से में चली गयी तो ये समझा जा रहा था कि बीजेपी ही उनको बक्सर से टिकट दे सकती है।
लेकिन आज भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव 2020 के लिए विधानसभा क्रमांक 200 बक्सर के लिए परशुराम चतुर्वेदी को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि विधानसभा क्रमांक 214 अरवल के लिए दीपक शर्मा को टिकट दिया है। इसके साथ ही गुप्तेश्वर पांडेय का बक्सर से NDA के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का सपना अधूरा रह गया।
लोकसभा उपचुनाव में मिल सकता है मौका
हालांकि, माना जा रहा है कि अगर बीजेपी ने भी गुप्तेश्वर पांडे को टिकट नहीं दिया तो फिर वह वाल्मीकिनगर लोकसभा उपचुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार हो सकते हैं। वाल्मीकिनगर लोकसभा उपचुनाव भी बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही होना है। दिलचस्प बात है कि इससे पहले 2009 में भी गुप्तेश्वर पांडे ने पुलिस सेवा से वीआरएस लेकर बीजेपी से टिकट लेकर लोकसभा चुनाव लड़ने की कोशिश की थी और उस समय भी टिकट नहीं मिल सका था। इसके 9 महीने के बाद गुप्तेश्वर पांडे ने अपना वीआरएस वापस ले लिया था और पुलिस सेवा में दोबारा बहाल हो गए थे।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीटों का बंटवारा हो गया है। 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में जेडीयू (JDU) को 122 सीटें मिली है, इसमें से जेडीयू अपने कोटे से जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को 7 सीटें देंगी। इस तरह से जेडीयू 115 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 121 सीटें मिली है। भाजपा ने अपने कोटे से मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को 11 सीटें दी हैं।