पटना: बिहार विधानसभा के लिए पहले चरण के प्रचार का आज आखिरी दिन है। प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण सभी दलों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए पूरा जो लगा दिया है। इससे पहले कल राजेडी नेता ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं और अब वह बिहार को संभाल पाने में सक्षम नहीं हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं और अब वह बिहार को संभाल पाने में सक्षम नहीं हैं, जिस पर प्रदेश में सत्तारूढ़ राजग में शामिल जद (यू) और भाजपा के नेताओं ने पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। तेजस्वी (31) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (69) की उम्र का संभवत: जिक्र करते हुए कहा कि वह थक चुके हैं जिस कारण वह कठिन परिस्थितियों का सामना नहीं कर पाते हैं, चाहे वह कोरोना वायरस महामारी हो या मुजफ्फरपुर में ‘एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम’ (एईएस) का प्रकोप हो।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने रविवार को ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘आदरणीय नीतीश पूर्णत: उर्जाविहीन हो चुके हैं। उनकी पकाउ, थकाउ, उबाउ, बासी और घिसी—पिटी बातों से जनता पक चुकी है। थक चुके नीतीश कुमार जी वास्तविकता, तर्क और तथ्यों से भाग रहे हैं। बिहार के करोडों युवाओं का वर्तमान और भविष्य बर्बाद कर वो इतिहास के बासी पन्नों को पलट रहे हैं। ’’ तेजस्वी की इस टिप्पणी पर सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रियाएं व्यक्त करते हुए इसे ‘‘निरर्थक’’ करार दिया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार कई युवाओं की तुलना में अधिक ऊर्जावान हैं। वह दिन में 14-15 घंटे काम करते हैं, जो कई युवा नहीं कर पाएंगे।'
उधर, एआईएमआईएम प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ‘सीएए’ और ‘एनआरसी’ को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद(यू) और मुख्य विपक्षी दल राजद पर प्रहार किया। ओवैसी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर जद(यू) और राजद पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर जहां राजद अपनी जुबां बंद रखे हुए है वहीं नीतीश कुमार लोगों के समक्ष गलत बयानी कर रहे हैं।