पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहे वार-पलटवार के दौर में AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी कूद पड़े हैं। AIMIM प्रमुख ने इंडिया टीवी से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है। ओवैसी ने कहा कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है और वो नीतीश कुमार को सीएम नहीं बनने देंगे। ओवैसी ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने ग्राउंड वर्क शुरू कर दिया है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी से बात की इंडिया टीवी संवाददाता टी. राघवन ने।
सवाल: योगी आदित्यनाथ कहते हैं ओवैसी देश हितैषी नहीं हैं, वो बयान देते हैं जिससे पाकिस्तान खुश होता है
ओवैसी: आदित्यनाथ बौखला गए हैं। उत्तर प्रदेश संभल नहीं रहा। बिहार में भी मैं याद आ रहा हूं। उनकी नींद हराम करेंगे। अच्छा है कि सपनों में भी वो दूल्हे मियां को याद रखें।
सवाल: आपका गठबंधन अवसरवादी है डेस्परेट अलायन्स है
ओवैसी: हां हम डेस्परेट हैं लेकिन बीजेपी को बिहार में रोकने के लिए
सवाल: आप बार बार कह रहे हैं कि महागठबंधन बीजेपी को बिहार में रोक नहीं सकता ऐसा क्यों?
ओवैसी: पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजे ये कहते हैं कि आरजेडी और कांग्रेस बीजेपी को नहीं रोक सकते। 2015 में जब नीतीश के साथ थे तब कहा संघ मुक्त कर देंगे। मोहन भागवत की एंट्री बन्द कर देंगे लेकिन नीतीश बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए।
सवाल: वो कहते हैं कि आप वोट कटुआ हैं
ओवैसी: कांग्रेस के पास और कुछ कहने के लिए नहीं है। पिछले चुनावों में जिन सीटों पर हम लड़े ही नहीं वहां कांग्रेस क्यों हार गई? बिहार के मुद्दे काफी ज्वलंत हैं और जनता को एक बेहतर विकल्प चाहिए और हम वो विकल्प बन सकते हैं।
सवाल: आरजेडी, जेडी-यू, कांग्रेस स्थापित दल हैं, फिर बिहार के मुसलमान आपकी पार्टी को वोट क्यों दें?
ओवैसी: हम बिहार की जनता की मूलभूत समस्याओं के लिए लडेंगे, कांग्रेस-आरजेडी नाकाम साबित हुए हैं इसीलिए हमें मौका दें।
सवाल: एलजेपी के बारे में क्या कहेंगे?
ओवैसी: बिहार की जनता सब देख रही है। दिल्ली में दोस्त बिहार में दुश्मन ऐसा नहीं चलेगा।
सवाल: बीजेपी और जेडी-यू का कहना है कि नीतीश कुमार ही सीएम पद की पहली पसंद हैं
ओवैसी: बिहार की जनता को समझना होगा कि बीजेपी नीतीश कुमार को सीएम नहीं बनाएगी। आरएसएस के लोग इस दिशा में काम शुरू कर चुके हैं।
बता दें कि हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM बिहार में 24 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने 6 पार्टियों के संग मिलकर सेंक्युलर फ्रंट तैयार किया है, जिसे ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट का नाम दिया गया है। गठबंधन के सीएम पद के चेहरा कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सबसे ज्यादा 104 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि दूसरे नंबर पर मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी है। बसपा ने 80 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। AIMIM 24 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं तो वहीं समाजवादी जनता दल 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।