पटना. बिहार चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, सूबे में वैसे-वैसे सरगर्मियां बढ़ती ही जा रही है। बिहार में इस बार एलजेपी एनडीए गठबंधन में शामिल नहीं है, उसने अकेले जेडीयू के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। एलजेपी के इस ऐलान के बाद भाजपा के कई बड़े नेता चिराग पासवान से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं। बुधवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार रामेश्वर चौरसिया ने एलजेपी का दामन थाम लिया। इससे पहले मंगलवार को बिहार भाजपा के एक और बड़े नेता राजेंद्र सिंह लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गए थे।
बीजेपी बोली- चुनाव बाद भी नीतीश ही रहेंगे नेता
मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी ने बिहार भाजपा समर्थकों में मौजूद भम्र को दूर करते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता है और एनडीए गठबंधन उन्ही के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा, ‘‘लोजपा केंद्र में हमारी सहयोगी पार्टी है और हम इसके संस्थापक एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं ।’’ उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर किसी के मन में कोई शंका नहीं रहनी चाहिए कि बिहार में राजग के नेता नीतीश कुमार हैं । जायसवाल ने कहा, ‘‘हमारा गठबंधन अटूट हैं।’’चुनाव बाद की स्थिति को लेकर एक सवाल के जवाब में बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘‘हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि नीतीश कुमार हमारे मुख्यमंत्री होंगे। चाहे किसी पार्टी का चुनाव में कितनी भी सीटें मिले, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।’’ वहीं, नीतीश कुमार ने चिराग पासवान का नाम लिये बिना कहा, ‘‘कोई कुछ कहता रहे, उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं काम करने में विश्वास करता हूं। अगर किसी को कुछ कहकर आनंद आता है, तब वे ऐसा करें।’’ जद(यू) द्वारा गठबंधन के सहयोगियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करने के चिराग के आरोप पर कुमार ने पूछा कि क्य रामविलास पासवान राज्यसभा के लिये जद(यू) के समर्थन के बिना निर्वाचित हुए?