नई दिल्ली/पटना। सूत्रों के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर जनता दल (यूनाइटेड) और बीजेपी के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है। आगामी 4 अक्टूबर (रविवार) को बीजेपी प्रथम चरण की सीटों के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करेगी। एलजेपी-बीजेपी के बीच शीटर बंटवारे को लेकर बातचीत अभी जारी है।बीजेपी नेताओं का कहना है कि एलजेपी की डिमांड 42 सीट देने की है लेकिन इसका सवाल ही नहीं है। अगर एलजेपी लगभग 25 के आसपास सीटों पर सहमत होती है तो एलजेपी गठबंधन में वर्ना नहीं। एलजेपी के गठबंधन में शामिल नहीं होने पर बीजेपी-जेडीयू आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर दिल्ली में अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, देवेन्द्र फडणवीस और भूपेन्द्र यादव की बैठक हुई। शनिवार यानि 3 अक्टूबर को एलजेपी को बीजेपी के प्रस्ताव पर फैसला लेना होगा।
बिहार में राजग का संकट दूर हो जायेगा: रविशंकर प्रसाद
नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार (2 अक्टूबर) को कहा कि भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजग के संकट को दूर करने के वास्ते 'तीन-चार' लोगों को हस्तक्षेप करने के लिये अधिकृत किया है। बिहार के पटना साहिब लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रसाद ने हालांकि उन लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया जिन्हें भाजपा अध्यक्ष ने इस कार्य के लिये अधिकृत किया है। उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि राजग में सभी चीजें सहमति के आधार पर सुलझ जायेंगी और विधानसभा चुनाव में राजग को दो तिहाई बहुमत मिलेगा।
रविशंकर प्रसाद से संवाददाताओं ने चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी के रूख के बारे में पूछा था जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह 243 सीटों में से 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने और जदयू तथा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हम पार्टी के खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने पर अड़ी है।
लोजपा नेताओं के अनुसार, पार्टी ने अपने संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है जिसमें 143 उम्मीदवारों के बारे में चर्चा की जाएगी जिन्हें वह खड़ा करना चाहती है । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए लोजपा प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने अपने बयान में कहा, अगली सरकार को हमारे बिहार प्रथम, बिहारी प्रथम के दृष्टि पत्र को लागू करना होगा। उन्होंने कहा, हमें (नीतीश कुमार के) सात निश्चय स्वीकार नहीं हैं।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के करीब आने के बीच राज्य में सत्तारूढ़ राजग गठबंधन और विपक्षी राजद नीत महागठबंधन की तस्वीर अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है। विपक्षी गठबंधन में भी राजद और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर खींचतान जारी है। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा हाल ही में महागठबंधन से अलग हो गई और उसने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन शुरू
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया गुरुवार को शुरू हो गयी है। नामांकन के पहले दिन केवल तीन उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार औरंगाबाद में दो और वजीरगंज में एक उम्मीदवार ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया । पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर है। पहले चरण में जिन प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के चुनाव मैदान में उतरने की संभावना है, उनमें दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह शामिल हैं, जो भागलपुर जिले के कहलगांव में जीत दर्ज करते रहे हैं। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का नाम भी इनमें शामिल हैं। दूसरे और तीसरे चरण के लिए अधिसूचना क्रमश: नौ और 13 अक्टूबर को जारी की जाएगी।