अहमदाबाद: गुजरात की आठ विधानसभा सीटों के लिये उपचुनावों की तारीख की मंगलवार को घोषणा होने के बाद राज्य के सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस ने इसके लिए कमर कस ली है। कोरोना वायरस महामारी के बीच दोनों ही दल अपने-अपने नजरिए से जीत की उम्मीद जता रहे हैं। नयी दिल्ली में चुनाव आयोग ने 54 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की, जिनमें से आठ सीटें गुजरात की हैं। इन सीटों के लिए मतदान तीन नवंबर को होगा और मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
कोविड-19 महामारी के साये में होने जा रहे इन उपचुनावों में दोनों ही दलों को अपने बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। इस साल जून में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफा देने के चलते ये आठ सीठें रिक्त हुई थीं। इनमें अब्दसा, लीम्बडी, मोरबी, धारी, गढड़ा, करजन, डांग्स और कपराडा सीटें शामिल हैं।
पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस की टिकट पर जीतकर बीच में ही भाजपा से मिलकर जनता के वोटों के साथ ''धोखा'' करने वालों को हराने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि हमें सभी आठ सीट पर जीत का पूरा भरोसा है। वहीं, गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने उस पार्टी में गुटबाजी के कारण इस्तीफा दिया था वरना कोई भी विधायक पद क्यों छोड़ना चाहेगा? भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने उम्मीद जतायी कि उनकी पार्टी उपचुनाव में सभी आठ सीटों पर जीत दर्ज करेगी।