पटना: बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और तीसरे चरण की 78 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं 78 सीटों में पिपरा विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPIM) के बीच में है। भाजपा ने पिपरा विधानसभा सीट से एक बार फिर पिछली बार के विजेता श्यामबाबू प्रसाद यादव को अपना प्रत्याशी बनाया हुआ है जबकि CPIM ने राजमंगल प्रसाद पर दांव खेला है।
पिछली बार पिपरा सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी श्यामबाबू प्रसाद यादव और जेडीयू प्रत्याशी कृष्ण चंद्र के बीच टक्कर थी, भाजपा और जेडीयू ने पिछली बार अलग-अलग चुनाव लड़ा था ऐसे में दोनों पार्टी आमने-सामने थी लेकिन इस बार भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में जेडीयू शामिल है इसलिए इस बार जेडीयू ने यहां से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान पिपरा सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्यामबाबू प्रसाद यादव की जीत हुई थी उन्हें 65552 वोट मिले थे और उन्होंने जेडीयू प्रत्याशी कृष्ण चंद्र को 3930 वोटों से हराया था जिन्हें 61622 वोट मिले थे। 2015 में इस सीट पर कुल 18 प्रत्याशी मैदान में थे। 2015 में इस सीट पर NOTA को 1454 वोट गए थे।