नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक की दूसरी सूची जारी कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों की इस लिस्ट में बीजेपी के 30 बड़े नेताओं को जगह दी है। स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सबसे ऊपर पीएम मोदी का नाम है। इस लिस्ट में बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन को जगह दी गई है। पहले चरण के लिए घोषित स्टार प्रचारकों की सूची से राजीव प्रताप रूड़ी और शाहनवाज़ हुसैन का नाम गायब था।
इससे पहले रविवार को बीजेपी ने स्टार प्रचारकों की पहली लिस्ट जारी की थी। इसमें भी पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी सहित कुल 30 बड़े नेताओं के नाम थे। भाजाप की स्टार कैंपनर्स की लिस्ट में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संजय जायसवाल, सुशील मोदी, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, स्मृति ईरानी, अश्वनी कुमार चौबे, नित्यानांद राय, आरके सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, मनोज तिवारी, बाबू लाल मरांडी, नंद किशोर यादव, मंगल पांडे, राम कृपाल यादव, सुशील सिंह, छेदी पासवान, संजय पासवान, जनक, सम्राट चौधरी, विवेक ठाकुर, निवेदिता सिंह शामिल थे।
महागठबंधन का घोषणापत्र ‘वचन देकर कुछ नहीं करने वाला ढपोरशंख’: सुशील मोदी
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विपक्षी महागठबंधन के घोषणापत्र को ‘वचन देकर कुछ नहीं करने वाला ढपोरशंख’ करार दिया और कहा कि राजद सहित विपक्ष वोट के लिये चांद जमीन पर लाने का वादा भी कर सकता है। सुशील मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ महागठबंधन का घोषणापत्र ढपोरशंख है, जो वचन देता है लेकिन करता कुछ नहीं है। ’’ उन्होंने कहा कि ये किसानों की कर्ज माफी या दस लाख लोगों को नौकरी जैसे वचन देते हैं, लेकिन उसे पूरे नहीं कर सकते। विपक्ष पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने कहा कि वे बाहुबली, बलात्कार के आरोपी और भ्रष्टाचार-प्रिय साथियों की मिलीभगत से सत्ता को केवल लूट का जरिया बनाना जानते हैं।बिहार के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद कभी तो शिक्षकों की डिग्री को फर्जी बता कर सबकी नौकरी लेना चाहते थे, लेकिन उनकी पार्टी आज शिक्षकों की सबसे बड़ी हितैषी बन रही है। सुशील मोदी ने कहा, ‘‘ वे तो वोट लेने के लिए चांद पर जमीन देने का भी वादा कर सकते हैं।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिहार में राजग सरकार ने साढ़े तीन लाख शिक्षकों को नौकरी दी, 15 साल के भीतर उनके वेतन में 60 फीसद वृद्धि की और अब उन्हें ईपीएफ का लाभ भी मिल रहा है।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी महागठबंधन ने शनिवार को अपना संकल्प पत्र जारी किया जिसमें 10 लाख युवाओं को रोजगार देने, पलायन रोकने, शिक्षकों को समान कार्य के लिये समान वेतन देने, छात्रों की परीक्षा के आवेदन फार्म की फीस माफ करने, कृषि संबंधी हालिया कानून को समाप्त करने, उद्योगों को बढ़ावा देने सहित कई वादे किये गए हैं।