पटना. बिहार के चुनाव प्रचार में विपक्षी दलों ने नीतीश कुमार को अपने हमलों के केंद्र बिंदु में रखा हुआ है। राजद के तेजस्वी यादव और केंद्र में भाजपा के सहयोगी चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार पर हमले कर रहे हैं और उनपर बिहार के साथ विश्वासघात करने और बिहार का विकास न करने का आरोप लगा रहे हैं। विपक्ष द्वारा लगातार किए जा रहे हमलों के बीच नीतीश कुमार से खास बातचीत की इंडिया टीवी के संवाददाता नीतीश चंद्रा ने। नीतीश कुमार ने कहा कि हमारा आंकलन सकारात्मक है, हम लोगों के बीच में जा रहे हैं, लोगों की बात सुन रहे हैं। लोगों का उत्साह भी देख रहे हैं। एक-एक बात जो हुई है, उसको लोगों को बतातें है तो उनका रिस्पांस हम देखते हैं।
तेजस्वी यादव द्वारा 10 लाख नौकरियों के वादे पर सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि ये सब बोगस चीज हैं, इनका कोई मतलब नहीं है। जब इन लोगों को मौका मिला था 15 साल तक कितने जॉब दिए थे, 95 हजार। किसी को सेंस है तो पता नहीं है, पद क्रिएट है तो उसका कोई आधार नहीं है। पहले किसी को सैलरी मिलती थी, कितने-कितने दिन मिलती थी। जिसको किसी चीज का अनुभव नहीं है, वो लोगों में कन्फ्यूजन क्रिएट करना चाहता है।
नीतीश कुमार ने कहा कि जब हमने काम करना शुरू किया तो पंजाब के लोगों ने कहा कि जितने लोग पहले आते थे अब नहीं आते। नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना के दौर में जितनी बातें की गईं, उसका कोई तुक नहीं है। हम लोगों को लोगों की मदद की, उन्हें सम्मान के साथ लेकर आए। हम लोग काम करते हैं, कुछ लोग बिना वजह की बात करते हैं। उस समय कुछ लोग प्रचार कर रहे थे कि हम आने नहीं दे रहे, उस समय भारत सरकार की गाइडलाइन क्या थी। जब हम लोगों ने सवाल उठाए तो केंद्र सरकार ने विशेष ट्रेन का इंतजाम किया. 22 लाख लोग ट्रेन से आए। 15 लाख को हमने quarantine सेंटर में रखा। एक-एक पर 5300 रुपये खर्च किए।
राजनीतिक विशेषज्ञों पर बरसते हुए कहा कि वो महान विशेषज्ञ हैं, उन्हें मुझ से नफरत है। उनके पास कोई interpretation नहीं है, कोई स्टडी नहीं है, कोई अध्ययन नहीं है। ऐसी बातें करने वालों को 2010 की याद करा दीजिए। तब क्या हुआ है। देखिए कितनी भीड़ हो रही है। देखिए चंद लोग हैं जिन्हें हमसे बहुत चिढ़ है, हमें कोई एतराज नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने महिलाओं के कहने पर शराब बंदी की है। घरों की स्थिति सुधरी। ये सब जारी रहेगा। दो नंबरी धंधा करने वाले मेरे पीछे पड़े हैं। लालू यादव परिवार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि हम लोग समाज की सेवा करते हैं, चंद लोग विवाद पैदा करके वोट लेना चाहते हैं। ऐसे लोग वोट लेते हैं, कमाते हैं, परिवार के बारे में सोचते हैं, जबकि हम पूरे बिहार को परिवार मानते हैं।