पटना: बिहार चुनाव में वादों को दौर लगातार जारी है। वोटरों को लुभाने के लिए सभी दल वादे कर रहे हैं। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी बिहार के सीमांचल के वोटरों को साधने के लिए बड़ा ऐलान किया। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर बिहार में ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट की सरकार बनी तो हम वादा करते हैं कि बिहार के सीमांचल को धारा 371 का दर्जा मिल जाएगा।
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के नामांकन के आखिरी दिन 8 अक्टूबर को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने छह दलों के नए मोर्चे- ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट की घोषणा की थी। इस मोर्चे से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने बताया था ‘‘इस मोर्चे का नाम ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट रखा गया है जिसमें कुल छह पार्टियां शामिल हैं और इस मोर्चे के संयोजक पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव रहेंगे ।’’ इन छह दलों में रालोसपा, एआईएमआईएम, बसपा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक और जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट शामिल है।
AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने नए मोर्च के गठन पर कहा था, ‘‘हमें खुशी है कि हम बिहार के लोगों को विकल्प दे पाए हैं और हमारे साथ नई पार्टियां आई हैं । मोर्चे की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा ही होंगे।’’ ओवैसी ने कहा था कि राज्य की जनता घुटन महसूस कर रही है और अब नए विकल्प की जरूरत है।