पटना: बाहुबली विधायक अनंत सिंह ने बुधवार को मोकामा से नामांकन पर्चा दाखिल किया। सिंह पटना के बेउर जेल से कैदी वैन पर बाढ़ पहुंचे। वहां निर्वाची पदाधिकारी के पास उन्होंने नामांकन पर्चा दाखिल किया। बता दें कि बिहार की सियासत में बाहुबली नेताओं का अपना वर्चस्व रहा है।
बिहार में 'छोटे सरकार' के रूप में चर्चित अनंत सिंह घर से एके-47 बरामद होने के मामले में फिलहाल जेल में बंद हैं। कुछ दिन पहले ही अनंत सिंह ने कहा था कि मुझे परेशान करने के लिए राज्य सरकार ने पुलिस और वकीलों की टीम लगाई है। अनंत सिंह ने कहा कि हम लोग लालू यादव के साथ हैं और बिहार के अगले मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ही बनेंगे।
मोकामा विधायक ने कहा कि बिहार सरकार और उनकी पुलिस जेल में भी मुझे परेशान कर रही है। अनंत सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान किसी भी कैदी की फिजिकल पेशी पर रोक है लेकिन मेरी पेशी करवाई जा रही है।
सिंह मोकामा से पांचवीं बार चुनाव मैदान में हैं। इस चुनाव में सिंह राजद के प्रत्याशी बनाए गए हैं। सिंह की पत्नी नीलम सिंह भी बुधवार को बतौर निर्दलीय पर्चा दाखिल किया। माना जा रहा है कि अगर किसी भी कारण अनंत सिंह का नामांकन पर्चा रद्द हो जाता है, तब नीलम बतौर निर्दलीय चुनावी मैदान में रहेंगी। उन्हें महागठबंधन का समर्थन मिलेगा।
अनंत सिंह का राजनीतिक सफर तो जदयू से शुरू हुआ था, लेकिन पिछले साल उनका जदयू से मतभेद हो गया और वे बतौर निदलीय चुनाव मैदान में उतर गए। उन्होंने जदयू के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार को हराया था। आपराधिक छवि के होने के बावजूद उनकी लोकप्रियता इस क्षेत्र में बनी हुई है। मोकामा भूमिहार जाति बहुल विधानसभा क्षेत्र माना जाता है। सिंह भी इसी जाति से आते हैं।
बता दें कि सिंह के नदवां गांव स्थित उनके आवास से पिछले साल एक एके47 राइफल बरामद हुई थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। तभी से वे बेउर जेल में बंद हैं।