देवघर विधानसभा चुनाव 2024 परिणाम - देवघर झारखंड के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। देवघर एक SC सीट है। BJP, RJD इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं। 2019 के विधानसभा मे BJP के Narayan Das ने 2,624 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 41.01 % वोट शेयर के साथ 95,491 वोट मिले थे। उन्होंने RJD के Suresh Paswan को हराया था, जिन्हें 92,867 वोट (39.88 %) मिले थे। 2014 के विधानसभा चुनाव में Narayan Das ने इस सीट से जीत हासिल की थी। 2014 के विधानसभा चुनाव में Narayan Das को 42.42 % वोट शेयर के साथ 92,022 वोट मिले थे। RJD उम्मीदवार Suresh Paswan को 46,870 वोट (21.60 %) मिले। Narayan Das ने Suresh Paswan को 45,152 वोटों के अंतर से हराया था।
शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी समेत इंडिया गठबंधन के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे। रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन हुआ।
हेमंत सोरेन ने कहा कि दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें 28 नवंबर को ‘अबुआ सरकार’ (हमारी सरकार) के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया।
रिपोर्ट के अनुसार, पांच साल पहले निर्वाचित हुए 81 विधायकों में से 56 करोड़पति थे और 2014 में इनकी संख्या 41 थी। 2024 में यह संख्या बढ़कर 71 पहुंच गई है।
झारखंड में हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने एकतरफा जीत हासिल की है। जेएमएम ने 34 सीटों पर जीत मिली है। बीजेपी और उसके गठबंधन में शामिल पार्टियों को तगड़ा झटका लगा है।
झारखंड विधानसभा में मिली बंपर जीत के बाद एक बार फिर से सीएम पद की शपथ लेंगे हेमंत सोरेन। उनका शपथ ग्रहण समारोह 28 नवंबर को होगा।
झारखंड में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब सरकार बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। ऐसे में झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल में किस पार्टी के होंगे कितने मंत्री होंगे, कब शपथ ग्रहण होगा? आइये जानते हैं...
झारखंड विधानसभा चुनाव में JMM की वापसी तो हो गई, लेकिन हेमंत सोरेन सरकार के चार प्रमुख मंत्रियों को चुनावी मैदान में करारी हार का सामना करना पड़ा।
झारखंड में एक बार फिर जेएमएम की सरकार बनने जा रही है और 28 नवंबर को हेमंत सोरेन सीएम पद की शपथ लेंगे।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना ने भाजपा की मुनिया देवी को हराकर गांडेय सीट 17,142 मतों के अंतर से जीत ली है। यहां से वह पहले भी विधायक थीं।
झारखंड में बीजेपी को जेएमएम की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन के हाथों करारी हार मिली है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर बीजेपी क्यों अपने मुद्दों को राज्य की जनता नहीं समझा सकी।
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