आज पूरी दुनिया विश्व छात्र दिवस यानी World Students Day मना रही है। वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे पर हर साल कोई न कोई विशेष थीम के तहत मनाई जाती है। इस साल 2024 में इसकी थीम ‘छात्रों के भविष्य के लिए समग्र शिक्षा’ है। जिसका उद्देश्य एजुकेशन को सिर्फ एकेडेमिक उपलब्धियों तक सीमित न रखकर, छात्रों के पूरे विकास पर जोर देना है, यह दिन साल 2010 से मनाया जाता है। ये तो आप जानते हैं कि ये दिन खास तौर पर मनाया जाता है पर क्यों मनाया जाता है, क्या ये जानते हैं आप?
क्यों मनाया जाता है ये दिन?
जानकारी दे दें कि आज देश के पूर्व राष्ट्रपति, मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जंयती है। इन्हीं के सम्मान में कलाम साहब की जयंती को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे के रूप में मनाया जाता है। अब्दुल कलाम ने एजुकेशन सेक्टर में कई सराहनीय प्रयास किए हैं, जो छात्र जीवन केलिए प्रेरणास्त्रोत हैं। डॉ. एपी जे कलाम को लोग पीपुल्स प्रेसिडेंट के रूप में भी याद किया जाता है। एपी जे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। 18 जुलाई 2002 को इन्हें देश का 11वां राष्ट्रपति चुना गया।
कब से हुई यह दिन मनाने की शुरुआत?
UN की ओर से पहली बार साल 2010 में भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की 79वीं जयंती को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई। इसके बाद से अब तक हर साल यह दिन विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की महत्वपूर्ण भूमिका, उनकी उपलब्धियां और स्टूडेंट्स को दी गई प्रेरणा को याद किया जाता है। उनका मानना था कि टीचर किसी भी सोसाइटी के निमार्ण के लिए अहम होते हैं क्योंकि वे छात्रों को उनके संबंधित विषयों में बेहतर बनाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। कलाम ने अपना पूरा जीवन एजुकेशन और स्टूडेंट के भलाई के लिए समर्पित कर दिया।
एपीजे अब्दुल कलाम साल 2002 से 2007 तक वे देश के 11वें राष्ट्रपति रहे और अपने कार्यकाल के दौरान वे विशेष रूप से छात्रों और युवाओं के प्रति अपने स्नेह व जुड़ाव के लिए सुर्खियों में रहे। उनकी दी गई प्रेरणादायक बातें आज भी छात्रों के लिए मार्गदर्शक का काम करती हैं।
ये भी पढ़ें:
अब होगी और भी बेहतरीन पढ़ाई! बनाए जाएंगे 3 AI सेंटर ऑफ एक्सिलेंस; आज शिक्षा मंत्री करेंगे घोषणा
इस राज्य में 17 अक्टूबर तक बंद किए गए सभी स्कूल व कॉलेज, जानें सरकार ने क्यों दिए हैं आदेश