देश के अधिकतर हिस्सों में कड़ाके की सर्दी का आलम है। इस बीच बिहार के पटना में बीपीएससी छात्र सड़कों पर हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में हुई बीपीएससी 70वीं सीसीई परीक्षा में हुई कथित अनियमितता के आरोप को लेकर छात्र प्रर्शन कर रहे हैं। छात्रों के मन में आयोग के खिलाफ गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। छात्रों के आंदोलन की वजह से बिहार की राजनीति में भी हलचल हो गई है। खान सर से लेकर जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर तक इस मामले से अछूते नहीं रहे।
छात्र क्यों कर रहे प्रदर्शन?
13 दिसंबर को समूचे बिहार में विभन्न जगहों के कई परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स ने हिस्सा लिया था। लेकिन इस बीच ही पटना के एक परीक्षा में सेंटर में गड़बड़ी की खबर सामने आई थी। पटना के बापू परीक्षा केंद्र से पेपर बांटने में देरी और पेपर लीक की खबर आई थी, जिसके बाद से ही विवाद शुरू हो गया। पेपर लीक की बात सामने आने के बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया था। इसके बाद ही छात्रों ने पटना में इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया था।
छात्रों की क्या है मांग?
कड़ाके की सर्दी के बीच राज्य की राजधानी पटना में आंदोलन कर रहे बीपीएससी छात्र 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इस मांग को बिहार लोक सेवा आयोग ने सिरे से खारिज कर दिया है। बीते रविवार को पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों पर वाटर कैनन और हल्के बल का भी प्रयोग किया। इसके सोमवार यानी 30 दिसंबर को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया गया।
900 से ज्यादा परीक्षा केंद्रों पर हुआ था आयोजन
आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 70वीं सीसीई परीक्षा का आयोजन 13 सितंबर को बिहार के 912 केंद्रों पर किया गया था। राजधानी पटना में 60 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन हुआ। इस परीक्षा के लिए चार लाख 83 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षा एक ही शिफ्ट में दोपहर 12 बजे से दो बजे तक हुई थी।
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