हरियाणा सरकार ने सोमवार (23 सितंबर) को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इसके मद्देनजर, राज्य भर के सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और अन्य शैक्षणिक संस्थान दिन भर बंद रहेंगे। दरअसल, यह अवकाश शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में घोषित किया गया है। पिछले साल राज्य सरकार द्वारा जारी एक अधिसूचना के तहत इस अवकाश की घोषणा की गई थी, जिसमें हरियाणा प्रशासन के तहत सभी सरकारी कार्यालयों में विशिष्ट तिथियों को सार्वजनिक अवकाश के रूप में नामित किया गया था। शहीदी दिवस देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है और इस दिन का इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है।
आज के दिन राज्य के स्कूलों से लेकर कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों तक सभी स्तर के शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे, चाहे वो सरकारी हों या निजी। फरीदाबाद और गुड़गांव सहित राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान मंगलवार, 24 सितंबर, 2024 को सामान्य शैक्षणिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए फिर से खुलने वाले हैं। राज्य प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि स्थानीय मीडिया में आधिकारिक अधिसूचनाओं और घोषणाओं के माध्यम से जनता को इस अवकाश के बारे में अच्छी तरह से जानकारी दी जाए।
शहीदी दिवस का महत्व
शहीदी दिवस उन शहीदों की याद का दिन है जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस मौके पर हरियाणा के शहरों और कस्बों में आमतौर पर विभिन्न सांस्कृतिक और स्मारक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शैक्षणिक संस्थानों को बंद करके, सरकार का उद्देश्य इस दिन के महत्व को दर्शाना और नागरिकों, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है जो देश की बलिदान और बहादुरी की विरासत का जश्न मनाते हैं। यह उत्सव इन ऐतिहासिक घटनाओं की स्थायी प्रासंगिकता और वर्तमान पीढ़ी की स्वतंत्रता, एकता और न्याय के मूल्यों को बनाए रखने की जिम्मेदारी की याद दिलाता है, जिसके लिए शहीदों ने लड़ाई लड़ी थी।
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