पश्चिम बंगाल सरकार अब "योग्यश्री" योजना में अल्पसंख्यक, ओबीसी और सामान्य वर्ग के लड़के-लड़कियों को भी शामिल करेगी। वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा,"हमें गर्व है कि हमारी 'योग्यश्री' योजना, जिसे हमने राज्य के एससी/एसटी छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पूरी तरह से निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए शुरू किया था, हमारे एससी/एसटी लड़के-लड़कियों के लिए लगातार अधिक से अधिक लाभ दे रही है। अब हम इस योजना में अल्पसंख्यक, ओबीसी और सामान्य वर्ग के लड़के-लड़कियों को भी शामिल करेंगे।"
उन्होंने कहा कि "योग्यश्री" प्रशिक्षुओं ने इस साल जेईई (एडवांस्ड) में 23 रैंक (13 आईआईटी सीटों सहित), जेईई (मेन) में 75 रैंक, डब्ल्यूबीजेईई में 432 रैंक और एनईईटी में 110 रैंक प्राप्त की। इन कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में ये उपलब्धियां पिछले वर्षों के परिणामों से भी बेहतर हैं।
निःशुल्क प्रशिक्षण के लिए शुरू हुई योजना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि इस योजना से एससी/एसटी छात्रों को लगातार लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'अब हम अल्पसंख्यक, ओबीसी और सामान्य वर्ग के लड़के-लड़कियों को भी इस योजना में शामिल करेंगे।'
"योग्यश्री" योजना को सरकार द्वारा राज्य के एससी/एसटी छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पूरी तरह से निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। ये योजना एससी/एसटी लड़के-लड़कियों के लिए लगातार अधिक से अधिक लाभ दे रही है। अब "योग्यश्री" योजना में अल्पसंख्यक, ओबीसी और सामान्य वर्ग के लड़के-लड़कियों को भी शामिल किया जाएगा।
केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 50 की
वंचित लड़के-लड़कियों के लिए इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण सहायता के मूल्य को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने राज्य में केंद्रों की संख्या बढ़ाकर अब 50 कर दी है और हमारे समर्थित प्रशिक्षुओं की संख्या 2000 कर दी है। बेहतर तैयारी के लिए ग्यारहवीं कक्षा से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
Report by- Onkar
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