यूपी शिक्षक भर्ती परीक्षा में हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है। यहां एक पास अभ्यर्थी को फेल कर दिया गया। जब ये मामला हाईकोर्ट पहुंचा तो इसकी हकीकत सामने खुलकर आई। हालांकि, इसके बावजूद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अपनी गलती मानने को राजी नहीं है। यहां तक की बोर्ड हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील करने की भी तैयारी कर रहा है। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (TGT- 2021) की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा पिछले वर्ष 8 अगस्त को हुई थी।
कुछ प्रमुख बिंदु
1- यूपी शिक्षक भर्ती की OMR शीट में हेरफेर
2- प्रशिक्षित स्नातक भर्ती-2021 में गड़बड़ी पर उठे प्रश्न
3- मूल OMR में गलत गोला होने से नहीं चेक हुई कॉपी
4- अभ्यर्थी की शीट में गड़बड़ी नहीं, फिर दोषी कौन
बोर्ड ने गठित की जांच कमेटी
कोर्ट के आदेश पर रत्नेश ने 28 अक्टूबर 2021 को बोर्ड को अपना कांउटर स्टेटमेंट दिया। लेकिन चयन बोर्ड ने कांउटर स्टेटमेंट खारिज करते हुए रिजल्ट घोषित करने से मना कर दिया। रत्नेश ने फिर कोर्ट से अपील की। कोर्ट ने 2 सितंबर 2022 को फिर चयन बोर्ड को रत्नेश की कॉपी जांचते हुए रिजल्ट घोषित करने और सफल होने पर नियुक्ति देने के निर्देश दिया। बता दें कि वर्तमान में चयन बोर्ड की ओर से कमेटी गठित कर रत्नेश से संबंधित सभी डाक्यूमेंट की जांच कराई जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जिस केंद्र पर रत्नेश ने एग्जाम दी थी वहां मूल OMR जमा होने के बाद उसमें अतिरिक्त गोले भर दिए गए।
क्या था मामला
दरअसल, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र रत्नेश पति त्रिपाठी ने TGT- 2021 शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा दी थी। Answer Key से अपने उत्तरों के मिलान के बाद वह नियुक्ति को लेकर आश्वस्त थे, लेकिन चयन बोर्ड ने उनका रिजल्ट घोषित नहीं किया। बाद में उन्होंने पता लगाया तो पता चला कि OMR शीट में गलत गोला भरने के कारण उनकी कॉपी नहीं चेक की गई, जबकि अभ्यर्थी रत्नेश ने OMR पर सभी गोले सही भरे थे। इस पर उन्होंने हाईकोर्ट में पेटीशन डाल दी। सुनवाई के दौरान यह साफ हो गया कि OMR की 3 प्रतियों में से केवल मूल प्रति (जिसके आधार पर रिजल्ट तैयार होता है) में गलत तरीके से अतिरिक्त गोले भरे गए हैं। उम्मीदवार रत्नेश और चयन बोर्ड में सुरक्षित रखी जाने वाली OMR की प्रतियों में सभी गोले सही भरे थे। कोर्ट ने चयन बोर्ड को रत्नेश का रिजल्ट घोषित करने के आदेश दिया।