यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) ने बीते मंगलवार को यूपीएससी सिविल सर्विस कमीशन 2023 रिजल्ट की, जिसमें लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव ने टॉप किया, वहीं अनिमेष प्रधान और डोनुरु अनन्या रेड्डी को क्रमशः दूसरी और तीसरी रैंक हासिल हुई। सिविल सर्वेंट बनने से पहले, आदित्य श्रीवास्तव ने बेंगलुरु में गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया और यहां उन्हें हर महीने करीबन ₹2.5 लाख सैलरी मिलती थी। हालाँकि, उन्होंने इसे छोड़ दिया और सिविल सर्विसेज में अपना हाथ आजमाने का फैसला किया। राऊ की आईएएस एकेडमी द्वारा यूट्यूब पर शेयर किए गए एक वीडियो में, टॉपर ने बताया कि उसने इतनी अधिक वेतन वाली नौकरी क्यों छोड़ी।
सवाल पर दिया ये जवाब
वीडियो क्लिप में आदित्य को एक पैनल के साथ इंटरव्यू देते दिखाया गया है। जैसे ही इंटरव्यूअर ने उनकी एकेडमिक क्वालिफिकेशन के बारे में बात की, उन्होंने पूछा, "किस कारण से आपने गोल्डमैन सैक्स और उस क्षेत्र में अपना करियर छोड़ा?"
इस पर आदित्य ने जवाब दिया, "सर, मैं कहूंगा कि मुख्य रूप से दो वजह हैं। सबसे पहले, यदि आप देखते हैं कि मैं जिस बैकग्राउंड से आता हूं, वहां से आशीर्वाद भी इस रूप में मिलता है, कि आप कलेक्टर बन जाएं, सिविल सर्विसेज के बारे में कुछ प्रकार का ज्ञान मुझे शुरू से ही था, लेकिन अंतिम बदलाव तब आया जब मैंने इसे गंभीरता से लिया, जब मेरी नौकरी के दिनों में मुझे खुद को समझने का मौका मिला, जहां मुझे एहसास हुआ कि सिर्फ ऑफिस जाना और बच्चों को खाना खिलाना ही, उनके जीवन पर यही सिर्फ सार्थक प्रभाव पर्याप्त नहीं है। तीसरा, मैं कहूंगा कि इसके साथ सामाजिक प्रतिष्ठा का एक पहलू भी जुड़ा हुआ है।"
ये था दूसरा सवाल
तब इंटरव्यूअर ने उनसे पूछा कि अगर प्रतिष्ठा चाहते हैं; तो वह Goldman Sachs कंपनी में भी मिल सकता था और यहां तक कि आप संयुक्त राज्य अमेरिका भी जा सकते थे। इसके जवाब में वह बस इतना कहते हैं कि समाज इन सब से कहीं अधिक प्रतिष्ठित है। "किसी को यह याद नहीं है कि Goldman Sachs में पार्टनर के रूप में किसने काम किया था, लेकिन हर कोई जानता है कि मिस्टर टीएन शेषन कौन हैं।"
ये भी पढ़ें:
मजदूर के बेटे ने UPSC में गाड़ा झंडा, नहीं कर सका था कोचिंग भी तक