UPSC का रिजल्ट बीते दिन जारी कर दिया गया है। इस परीक्षा में 1000 से ज्यादा लोगों को सफलता हासिल हुई है। वहीं, इस बार के टॉपर लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव बने हैं। यूपीएससी में इस बार कुल 1,016 उम्मीदवार (664 पुरुष और 352 महिलाएं) परीक्षा में पास हुए हैं। आज हम आपको इन्हीं में से एक नोएडा के 24 वर्षीय लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने इस बार की परीक्षा में टॉप 20 में जगह हासिल किया है।
हासिल की यूपीएससी में 18वीं रैंक
नोएडा की रहने वाली वर्धा खान ने इस बार की यूपीएससी में 18वीं रैंक हासिल की है। जानकारी के मुताबिक, वर्धा ने सिविल सर्विस की तैयारी के लिए अपनी लाखों की कॉर्पोरेट नौकरी छोड़ दी थी। जानकारी देते हुए खान ने बताया कि उन्होंने इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) को अपनी पहली प्राथमिकता के रूप में चुना है और वह देश को ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर रिप्रिसेंट करना चाहती हैं।
"टॉप 20 में आना मेरी सोच से परे था"
वर्धा खान ने कहा, "हर दूसरे अभ्यर्थी की तरह, जब हम अपनी तैयारी शुरू करते हैं तो हम रिजल्ट लिस्ट में अपना नाम आने का सपना देखते हैं। लेकिन टॉप 20 में आना ये मेरी सोच से परे था, मैंने अपना नाम टॉप 20 में शामिल होने की कल्पना भी नहीं की थी। यह एक सपने जैसा एहसास है, सही है अब मेरे परिवार में हर कोई बहुत खुश है और गर्व से झूम रही हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने अपनी पहली प्राथमिकता के रूप में इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) को चुना है, इसलिए मैं दुनिया के मंचों और मल्टीलैटरल संस्थानों में देश की इमेज को आगे बढ़ाना और विदेशों में हमारे भारतीय प्रवासियों की मदद करना चाहूंगी।"
खालसा कॉलेज से ग्रेजुएशन
नोएडा के सेक्टर 82 में विवेक विहार की निवासी खान ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के खालसा कॉलेज से कॉमर्स (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन किया है। खान अपने माता-पिता की इकलौती संतान, है और अभी वो अपनी माँ के साथ रहती है। इनके पिता का 9 साल पहले निधन हो चुका है। यूपीएससी की ही तैयारी करने का क्यों सोचा, इस पर खान ने कहा कि कॉलेज के दिनों में उन्हें हमेशा जियोपॉलिटिक्स, हिस्ट्री और पॉलिटिक्स जैसे विषयों में रुचि थी। वह अपने कॉलेज के दिनों में बहस और MUNs (mock United Nations) में भाग लेती थीं, लेकिन तब भी उनके मन में सिविल सेवाओं को करियर के रूप में लेने का विचार नहीं आया था। अपनी नौकरी के दौरान ही खान को एहसास हुआ कि वह एक सिविल सर्वेंट बनने की काबिलयत रखती हैं।
8 महीने तक की नौकरी
उन्होंने कहा, "मैंने 8 महीने तक एक कॉर्पोरेट फर्म के लिए काम किया। इससे मुझे कोई संतुष्टि नहीं हुई। मैं समाज में कुछ भागीदारी देना चाहती थी और अपने देश के लिए काम करना चाहती थी और लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहती थी। मुझे एहसास हुआ कि यह करियर (सिविल सेवा) जिस तरह का सिलेबस और अवसर देता करता है, वह मेरी रुचि के अनुरूप है और इसलिए मैंने इसे आगे बढ़ाने का फैसला किया और 8 महीने में अपनी नौकरी छोड़ दी।"
कैसे करें तैयारी?
उन्होंने कहा, "मैंने घर पर तैयारी की लेकिन पूरे 1 साल तक एक निजी संस्थान से ऑनलाइन कोचिंग भी ली। यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए सुझावों पर, AIR 18 होल्डर ने कहा कि कुछ नियम हैं जिन्हें हर उम्मीदवार को ध्यान में रखना चाहिए। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, आपको NCERT और लक्ष्मीकांत की पॉलिटी जैसी बुनियादी बातों से बहुत अच्छी तरह परिचित होना होगा। ये बुनियादी किताबें हैं जिनसे आपको पूरी तरह से परिचित होना होगा। आपको अपने मेन परीक्षा के लिए उचित सिलेबस हेड भी बनाना चाहिए और आपके ऑप्शनल को भी नोट्स के साथ तैयार किया जाना चाहिए। ये कुछ चीजें हैं जिन्हें ध्यान में रखा जाना चाहिए।"
(इनपुट- भाषा)
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