उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) ने उम्मीदवारों की मांगों को स्वीकार करते हुए समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की परीक्षा पोस्टपोन कर दी। साथ ही प्रांतीय सिविल सेवा (PCS) प्रीलिम्स एग्जाम को पुराने पैटर्न पर आयोजित करने की भी घोषणा कर दी है। साथ ही आयोग ने आरओ/एआरओ परीक्षा के लिए एक कमेटी बनाने का भी ऐलान किया है, जिससे छात्रों की समस्या हल की जा सके।
सचिव ने दी जानकारी
आयोग के सचिव अशोक कुमार ने मौजूदा उम्मीदवारों के सामने आयोग द्वारा लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, "पिछले कुछ दिन से UPPCS और RO/ARO भर्ती परीक्षाओं को लेकर छात्रों के बीच असंतोष की स्थिति बन गई थी। छात्रों की मांग थी कि पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा को एक से ज्यादा पालियों में कराने के बजाय एक ही दिन में कराया जाए।” उन्होंने कहा, “सीएम योगी ने छात्रों की इन मांगों पर संज्ञान लेते हुए आयोग को निर्देश दिया कि वह छात्रों के साथ बातचीत कर जरूरी फैसलें लें। आयोग ने सीएम के निर्देश पर छात्रों से बात किया और उनकी मांगों पर विचार करते हुए यह फैसला लिया कि पीसीएस प्रीलिम्स परीक्षा 2024 पहले की तरह एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।"
बनाई गई कमेटी
उन्होंने आगे कहा, "CM योगी की पहल पर यूपीपीएससी ने आरओ/एआरओ परीक्षा-2023 को स्थगित करते हुए उसकी पारदर्शिता व निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी सभी पहलुओं को जानेगी और अपनी विस्तृत रिपोर्ट जल्द देगी, जिससे इन परीक्षाओं की शुचिता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया जा सके।''
पेपर लीक के कारण एक से ज्यादा पाली
सचिव ने आगे कहा कि हाल के महीनों में देश के कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से आयोग ने दिसंबर माह में प्रस्तावित पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाओं को एक से ज्यादा पालियों में आयोजित करने का मन बनाया था, हालांकि छात्रों की मांग और सीएम के हस्तक्षेप के बाद अब पीसीएस प्रीलिम्स एग्जाम एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।
(इनपुट- पीटीआई)
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