उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सोशल मीडिया पर पेपर लीक मामले की जांच के लिए इंटरनल जांच कमेटी का गठन कर दिया है। यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने अभ्यर्थियों के द्वारा सोशल मीडिया पर बताई जा रहीं समस्याओं को देखते हुए इंटरनल कमेटी का गठन किया है। इसके द्वारा वायरल प्रश्न पत्र और आंसर शीट को लेकर जांच की जाएगी। बोर्ड का कहना है कि 48 लाख बच्चों के फ्यूचर का सवाल है किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
'सभी तथ्यों की कर रहे हैं जांच'
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने बताया कि हमारे पास भी सभी वायरल चीज़ें हैं, जो सवाल वायरल हुए हैं वो क्वेश्चन पेपर में कितने आए हैं और वे परीक्षा से पहले, बाद में या उसके दौरान वायरल हुए हैं इसकी भी जांच की जा रही है। बोर्ड का कहना है कि हम सभी तथ्यों की जांच कर रहे हैं। बोर्ड ने कहा कि 48 लाख बच्चों के भविष्य का सवाल है, किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
नकल गिरोह के पकड़े गए 20 मेंबर्स में दो पुलिसकर्मी भी
उत्तर प्रदेश में बीते दो दिनों 17 फरवरी और 18 फरवरी को यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया। इस दौरान पुलिस ने नकल गिरोह, किसी और की जगह पेपर देने आए और कई आरोपों में आरोपियों को पकड़ा है। फिरोजाबाद में पुलिस ने नकल गिरोह के 20 मेंबर्स को पकड़ा है, जिनमें 2 यूपी पुलिस के सिपाही हैं।
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