यूपी के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए कुछ छात्रों के फर्जी धर्म परिवर्तन करने का मामला सामने आया है। 17 छात्रों ने अल्पसंख्यक कोटे से एमबीबीएस सीट पाने के लिए फर्जी तरीका अपनाया, जिसके बाद जांच में इसका खुलासा हुआ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय ने फर्जी सर्टिफिकेट पेश करने के कारण यूपी नीट काउंसलिंग के पहले चरण में 8 अभ्यर्थियों का एडमिशन रद्द कर दिया है। यह फर्जीवाड़ा अल्पसंख्यक कोटे की सीटों के लिए सुभारती मेडिकल कॉलेज में किया गया है।
22 में से 17 सीटों पर फर्जीवाड़ा
सुभारती मेडिकल कॉलेज एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज है और यह बौद्ध अल्पसंख्यक संस्थान के तहत आता है। पहले चरण की काउंसलिंग में 22 सीटें अल्पसंख्यक कोटे के लिए अलॉट थीं, जिन पर 17 छात्रों ने फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर एमबीबीएस सीटें हासिल की थी। जिस पर अब डाइरेक्टोरेट मेडिकल ऑफ एजुकेशन ने एक्शन लिया है। जांच के बाद 8 छात्रों को रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है, जबकि 9 छात्र अपनी सीट छोड़ फरार हो गए हैं।
मिली थी शिकायत
मिली जानकारी के मुताबिक, डाइरेक्टोरेट मेडिकल ऑफ एजुकेशन को फर्जी प्रमाण पत्र की एक शिकायत मिली थी, जिसके बाद इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। जांच में यूपी के सभी अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले छात्रों के सर्टिफिकेट की जांच की गई।
DME की डायरेक्टर किंजल सिंह ने कहा था कि जांच के बाद जिन छात्रों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाएंगे, उनका एडमिश रद्द कर दिया जाएगा, साथ ही उनपर कानून कार्रवाई भी की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, अभी चिकित्सा शिक्षा विभाग इस मामले पर गंभीरता से जांच में जुटा हुआ है, जांच पूरी होने के बाद सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शेयर किए गए उम्मीदवारों के नाम
इसके अलावा, मेडिकल बोर्ड ने उन उम्मीदवारों की सूची भी साझा की है जिनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। पीडीएफ फाइल में उम्मीदवार का नाम, पिता का नाम, रोल नंबर और रैंक शामिल है। व्यक्ति नीचे दिए गए लिंक में इस सूची को देख सकते हैं।
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