तिरुवनंतपुरम। कोविड महामारी के कारण करीब 9 महीने से बंद पड़े केरल के कॉलेज और विश्वविद्यालय सोमवार से छात्रों के लिए सख्त सुरक्षा मानदंडों के साथ फिर से खुल गए हैं। रविवार के अलावा हफ्ते के बाकी 6 दिनों में कक्षाएं सुबह 8.30 बजे से शाम 5 बजे के बीच आयोजित की जाएंगी। कला और विज्ञान महाविद्यालयों, इंजीनियरिंग कॉलेजों, लॉ कॉलेजों के साथ-साथ सभी राजकीय और केंद्रीय विश्वविद्यालयों समेत लगभग 1,350 उच्च शिक्षण संस्थानों ने कक्षाएं शुरू कर दी हैं। हर कक्षा में 50 फीसदी छात्रों को ही अनुमति दी जाएगी।
तिरुवनंतपुरम के कॉलेज में बीए राजनीति विज्ञान की तीसरे वर्ष के छात्रा पार्वती बाबू ने आईएएनएस को बताया, "इतने लंबे समय के बाद अपने सहपाठियों और शिक्षकों से मिलने को लेकर बेताब हूं। पिछले 9 महीने से हम केवल वर्चुअली ही मिल रहे थे।"
हालांकि, कुछ शिक्षकों ने कक्षाओं के समय को बढ़ाने के शिक्षा विभाग के फैसले पर असंतोष व्यक्त किया है। राज्य की राजधानी में सरकारी कला महाविद्यालय के शिक्षक थॉमस सेबेस्टियन ने कहा, "सुबह 8:30 से शाम 5 बजे तक कक्षाएं होने से शिक्षकों पर काम का बोझ बहुत अधिक रहेगा। इसके अलावा शनिवार को कक्षाएं लगाना भी ठीक नहीं है।"
उच्च शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव उषा टाइटस ने कहा है कि इतने महीनों के अंतराल की भरपाई करने के लिए नई व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, "कामकाज का तरीका विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार होगा, जिसके तहत हफ्ते में 40 घंटे काम करना होता है। इसमें से असिस्टेंट प्रोफेसर्स के लिए 16 घंटे, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के लिए 14 घंटे कक्षाओं में देना निर्धारित है।"
परिवहन मंत्री ए.ससींद्रन ने मीडिया से कहा कि उन्होंने पहले ही केरल राज्य सड़क परिवहन निगम से छात्रों को यात्रा में रियायत देने के लिए निर्देश दे दिए हैं।