ऑनलाइन युग में साइबर सुरक्षा गंभीर मुद्दा बन गया है। हालांकि सोशल मीडिया, ऑनलाइन पैमेंट, ऑनलाइन एजुकेशन और ऑनलाइन शॉपिंग जैसे कार्य आसान हुए हैं। लेकिन ये भी कड़वी सच्चाई है कि इससे साइबर अपराध बढ़े हैं। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए UGC ने साइबर सुरक्षा और डेटा संरक्षण कोर्स को लॉन्च किया है। इस कोर्स का उद्देश्य जागरूक, उत्तरदायी और जिम्मेदार डिजिटल नागरिक का निर्माण करना है। UG यानी स्नातक के स्टूडेंट्स बुनियादी और मध्य स्तर की अवधारणाओं का अध्ययन करेंगे जबकि PG यानी स्नात्तकोत्तर के स्टूडेंट्स उन्नत स्तर की अवधारणाओं से रू-ब-रू होंगे।
UG के कोर्स में साइबर सुरक्षा का परिचय, साइबर अपराध, साइबर कानून, सोशल मीडिया, ई- कॉमर्स, डिजिटल भुगतान और डिजिटल उपकरणों की सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है। PG के कोर्स में साइबर अपराध, साइबर कानून, डेटा गोपनीयता और सुरक्षा, साइबर सुरक्षा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा अनुपालन और साइबर शासन जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है। कोर्स को इस प्रकार तैयार किया गया है ताकि साइबर जागरूकता और साइबर साक्षरता के साथ-साथ इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा हों।
साइबर सुरक्षा और डेटा संरक्षण कोर्स का महत्व
- स्टूडेंट कंप्यूटर और मोबाइल से संबंधित बेसिक साइबर सुरक्षा के पहलुओं को समझ पाएंगे।
- स्टूडेंट व्यक्तिगत स्तर पर डेटा की गोपनीयता की बारीकियों से अवगत हो पाएंगे।
- भारत में मौजूद विभिन्न साइबर अपराध के लिए कानून और कानूनी ढांचे की समझ स्टूडेंट्स को होगी।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर होने वाले अपराध से बच पाने में सहायता मिलेगी।
- विभिन्न प्रकार के सोशल मीडिया एकाउंट, कंप्यूटर, टैब और मोबाइल के पासवर्ड, सेटिंग्स और इनसे संबंधित विभिन्न नीतियों को स्टूडेंट्स जान पाएंगे।
- भारत में साइबर साक्षरता को बढ़ावा मिलेगा। युवा जागरूक होंगे।
- साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में जॉब के अवसर बढ़ेंगे। आने वाले दिनों में यूनिवर्सिटी में नए-नए साइबर सिक्योरिटी डिपार्टमेंट खुलेंगे। यहां पर शोध के कार्य शुरू होंगे।
बड़े कार्य से पहले नींव को मजबूत करने जैसा
यह कोर्स न सिर्फ समाज में जागरूक नागरिकों की संख्या बढ़ाएगा बल्कि अपराधरहित भारत के निर्माण में भी सहायक साबित होगा। रोजगार के नए अवसर मिलने की उम्मीद भी इस कोर्स से लगाई जा रही है। अगले साल शुरू होने जा रही डिजिटल यूनिवर्सिटी से पहले इस प्रकार के कोर्स का लॉन्च होना बड़े कार्य से पहले नींव को मजबूत करने जैसा है।