भारत ने देश के शैक्षणिक संस्थानों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए दो विशेष श्रेणी के वीजा शुरू किए हैं। अधिकारियों ने कहा कि गृह मंत्रालय ने 'ई-स्टूडेंट वीजा' और 'ई-स्टूडेंट-एक्स' वीजा पेश किए हैं। सभी आवेदकों को सरकार द्वारा शुरू किए गए 'स्टडी इन इंडिया' (एसआईआई) पोर्टल का उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि ई-स्टूडेंट वीजा सुविधा का लाभ एसआईआई पोर्टल पर पंजीकृत पात्र विदेशी छात्र उठा सकते हैं, जबकि ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा, ई-स्टूडेंट वीजा रखने वालों के आश्रितों को दिया जाता है।
एसआईआई पोर्टल उन अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है जो भारत में दीर्घकालिक या अल्पकालिक पाठ्यक्रम करना चाहते हैं। स्टूडेंट्स को https://indianvisaonline.gov.in/ पोर्टल पर अलग से वीजा के लिए आवेदन करना होगा, लेकिन उनके आवेदन की प्रामाणिकता एसआईआई आईडी द्वारा जांची जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि इसलिए स्टूडेंट्स के लिए एसआईआई वेबसाइट के माध्यम से भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में आवेदन करना अनिवार्य है। स्टूडेंट्स एसआईआई के किसी भी साझेदार संस्थान से प्रवेश पत्र प्राप्त करने के बाद वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। (Input With PTI)
वीजा अवधि और एक्सटेंशन
अधिकारियों ने बताया कि ई-स्टूडेंट वीजा ऐसे विदेशी नागरिकों को दिया जाएगा, जो भारत में अध्ययन के लिए प्रवेश प्राप्त करते हैं और जो भारत में वैधानिक और नियामक निकाय द्वारा विधिवत मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में नियमित, पूर्णकालिक, ग्रेजुएशन, स्नातकोत्तर(पीजी), पीएचडी और ऐसे अन्य औपचारिक कार्यक्रमों में अध्ययन करना चाहते हैं। छात्र वीजा पाठ्यक्रम की अवधि के आधार पर पांच साल तक के लिए जारी किए जाते हैं। इन्हें भारत में बढ़ाया भी जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, वैध ई-स्टूडेंट वीजा रखने वाले लोग आव्रजन चेक पोस्ट के किसी भी वांछित बंदरगाह से भारत में प्रवेश कर सकते हैं।
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